25 दिसंबर तुलसी पूजन दिवस के शुभावशर पर समिति परिवार की साथी म़ौमिता जी ने अपनी बिटिया के साथ जीवनदायिनी तुलसी के पौधे का और गौमय उत्पादों का वितरण कर तुलसी पूजन दिवस मनाया। जहां एक तरफ बहुत से हिंदू अपने बच्चों को जोकर बना रहे थे वहीं जागरूक हिंदू अपने बच्चों को अपने संस्कारों से परिचित कर रहे थे।
यदि माताएं जागरूक हों और चाहें तो अपने बच्चों को उचित धर्म ज्ञान और संस्कार दे सकती हैं और उनके दिए वही संस्कार इस देश का भविष्य सुनिश्चित करेंगे। हिंदू परिजनों को चाहिए कि वो अपने बच्चों को अपनी संस्कृति से परिचित कराएं उन्हें विदेशी कुसंस्कृति से बचाएं।