अंग्रेजी गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने के लिए यह सबसे अच्छा सर्व श्रेष्ठ विकल्प, ज्यादा से ज्यादा ऐसी महान संस्कृति वाली शिक्षा पद्धति से जुड़े और अपने बच्चों को यहां भेजें। यदि अपने बच्चों को गुरुकुल में ना भी भेज सकें तो कम से कम उन्हें अपने धर्म का ज्ञान दें, गीता पढ़ाएं, संघ की शाखा में भेजें, आत्मरक्षा के गुण सिखाएं
यदि ऐसी ही गुरुकुल शिक्षा सभी हिंदुओं को मिले तो क्या किसी भी प्रकार का षड्यंत्र सफल हो पाएगा? शायद यही कारण है कि अंग्रेजों ने अपने षड्यंत्रों को सफल करने के लिए सबसे पहले गुरुकुल शिक्षा पद्धति खत्म कर दी जिसे कांग्रेस ने भी वापस स्थापित नहीं होने दिया और अब धीरे धीरे ही सही गुरुकुल शिक्षा पद्धति आधुनिक स्वरूप में वापस आ रही है।
देवास एमपी में भी गुरुकुल है किया
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