संविधान के नाम पर हर दल, हर संगठन अपने आप को संविधान प्रेमी बताता है लेकिन उनके कृत्यों से समझा जा सकता है कि कौन है जो समृद्ध का प्रेमी है और कौन है संविधान के नाम पर संविधान विरोधी हरकतें कर रहा है। आज जो संविधान की लाल किताब बांटते फिर रहे हैं (राहुल बाबा) वो इस वक्फ एक्ट के रचयिता है जो संविधान सम्मत है ही नहीं।
खैर ये वही कांग्रेसी हैं जिन्होंने आपातकाल के नाम पर देश को बंधक बनाकर संविधान की प्रस्तावना में सेक्युलरिज्म और सोशलिज्म कैसे घाव भर दिए थे। वैसे संविधान को बात वो भी करते हैं जो कोर्ट के आदेश के विरुद्ध जाकर पुलिस और सर्व टीम पर पत्थर फेंकते हैं, और कुछ संविधान विरोधी दुष्ट उनका समर्थन करते हैं। कई लोग तो अपने आप को बना साहेब का भक्त बताते हुए भी संविधान विरोध हरकते करते हैं और संविधान विरोधियों का साथ भी देते हैं। ऐसे संविधान विरोध गद्दारों को अब राष्ट्रप्रेमियों को पहचान लेना चाहिए