महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में गणपति विसर्जन के लिए मंगलवार (17 सितंबर 2024) को निकाली जा रही शोभायात्रा पर एक मस्जिद के पास हमला कर दिया गया। पत्थरबाजी की वजह से भगवान गणेश की मूर्ति भी खंडित हो गई। घटना के हिन्दू पक्ष में आक्रोश फैल गया और दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। हालात को सँभालने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी, जिसमें कुछ लोग घायल हो गए।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुंबई के भिवंडी इलाके की घुघतनगर में मंगलवार की देर रात गणपति विसर्जन की शोभायात्रा निकाली गई। इसमें युवाओं के साथ-साथ महिलाएँ, बच्चे और बूढ़े सहित सैकड़ों लोग शामिल थे। शोभायात्रा प्रतिमा विसर्जित के लिए कामवारी नदी की तरफ जा रहा था। शोभायात्रा वंजारपट्टी नाका इलाके में हिंदुस्तानी मस्जिद के सामने जैसे ही पहुँची, वैसे ही पथराव शुरू कर दिया गया।
अचानक हुए इस हमले से लोगों में अफरा-तफरी मच गई। इतना ही नहीं, गणपति की प्रतिमा को भी नुकसान पहुँचा। आसपास के हिन्दुओं को इस हमले की जैसे ही जानकारी मिली, वे घटनास्थल पर पहुँच गए। हिंदुओं ने हमलावरों पर कठोर कार्रवाई की माँग करते हुए नारेबाजी करने लगे। इधर, हमलावरों की तरफ से भी जमावड़ा शुरू हो गया। दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए, जिससे हालत तनावपूर्ण हो गए।
घटनास्थल पर मौजूद पुलिस बल ने हालात को सँभालने की कोशिश की, लेकिन हालात बिगड़ गए तो भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। हमले और फिर लाठीचार्ज की वजह से कई लोग घायल हो गए। इस मामले में पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है। पुलिस अधिकारी ज्ञानेश्वर चव्हाण ने बताया कि इस मामले में कार्रवाई की जा रही है।
ACP ज्ञानेश्वर चव्हाण का कहना है कि विसर्जन के कार्यक्रम को शांतिपूर्वक सम्पन्न करवा दिया गया है। हालात पूरी तरह से नियंत्रण में हैं। उन्होंने कहा कि हमलावरों की पहचान करवाई जा रही है। हिरासत में लिए गए लोगों से भी पूछताछ चल रही है। बकौल ज्ञानेश्वर चव्हाणके, चिन्हित किए गए सभी आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
गुजरात के खेड़ा जिले में साम्प्रदायिक तनाव की खबर है। यहाँ गणेश विसर्जन के जुलूस पर मुस्लिम भीड़ ने हमला किया है। यह हमला तब हुआ जब जुलूस एक मस्जिद के पास से गुजर रहा था। हमलावरों की तादाद 150 से 200 के बीच बताई जा रही है जिनके हाथों में लाठी-डंडे और पाइप थीं। इस हमले के लिए DJ का बहाना बनाया गया। घटना मंगलवार (17 सितंबर, 2024) की है। पुलिस ने जैसे तैसे हालत को संभाला। अब तक 11 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना खेड़ा जिले के गाँवों इलाके की है। मंगलवार (17 सितंबर, 2024) को यहाँ हिन्दू समुदाय के लोगों ने गणेश विसर्जन का जुलूस निकाला था। इस जुलूस में सैकड़ों की तादाद में श्रद्धालु मौजूद थे। श्रद्धालुओं में युवाओं के साथ वृद्ध और बच्चे भी शामिल थे। जुलूस में एक DJ भी था जिसमें धार्मिक गाने बज रहे थे। बताया जा रहा है कि जब श्रद्धालु बाजार में मौजूद जामा मस्जिद के पास पहुँचे तो कुछ मुस्लिमों ने उनका रास्ता रोक लिया।
मुस्लिमों की एक भीड़ ने श्रद्धालुओं से DJ बंद करने को कहा। जब हिन्दुओं ने ऐसा करने से मना किया तो दोनों पक्षों में तनातनी होने लगी। कुछ ही देर में मुस्लिम पक्ष की तरफ से भीड़ जमा हो गई। इस भीड़ में 150 से 200 लोग बताए जा रहे हैं। आरोप है कि इन सभी के पास लाठी-डंडे, लोहे की पाइप और अन्य हथियार भी थे। इस भीड़ ने श्रद्धालुओं पर अचानक हमला बोल दिया। इस हमले में कुछ श्रद्धालुओं को चोटें भी आईं हैं जिनका इलाज करवाया गया है।
इस बीच विवाद की सूचना पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुँचा। पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए हालात को नियंत्रण में लिया। स्थानीय विधायक कल्पेश परमार भी घटनास्थल पर गए। उन्होंने लोगों से शाँति बनाए रखने की अपील की। हिन्दू संगठनों ने इस हमले के आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की माँग उठानी शुरू कर दी। पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। अब तक 11 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सभी हमलावर मुस्लिम समुदाय से बताए जा रहे है।
पुलिस अधीक्षक खेड़ा राजेश गढ़िया के मुताबिक स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने बताया कि केस दर्ज कर के जाँच व अन्य जरूरी कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। अब तक 11 आरोपितों को गिरफ्तार करने के साथ अन्य हमलावरों को भी चिह्नित किया जा रहा है।
