यह प्रकृति कोई बगीचा नही है कि पैसा कमाओगे, आलीशान घर बनाओगे, और चैन की नींद सो जाओ। यह प्रकृति एक जंगल है, जिसमें जंगली लुटेरे, चोर, डाकू चौबीसों घंटे, ३६५ दिन सभ्य लोगों को लूटने की फिराक में रहते हैं।
हिंदुओं ने सब कुछ बनाया, लेकिन अपनी सुरक्षा के लिए कभी हथियार नही खरीदे ओर न ही मानसिक रूप से मजबूत हुवे अगर हथियार खरीद लिए होते ओर लड़ना जानते, तो ना पाकिस्तान से पलायन करना पड़ता, ना कश्मीर से, और ना अब UK से।
सोचिए, जहाँ आप जाने का सपना रखते हैं, UK, उस देश में भी आप सुरक्षित नही हैं। क्या करेंगे ऐसे बंगले का, जिसे एक दिन kattarpanthi हैवान लूट ही लेंगे। अपनी सुरक्षा के लिए पहले हथियार खरीदो।
कट्टरपंथी ने 57 देशों पर यूँही राज कायम नही किया। उनके कनसेप्ट बिलकुल क्लियर हैं। वे इस दुनिया को जंगल समझते हैं, और इस जंगल में वही राजा होगा, जो दूसरों का शिकार करना जानता है। जब तक तुम शिकार करना नही सीखोगे, तब तक कोई और तुम्हारा शिकार करता रहेगा। इसीलिए पूरे विश्व के हिंदुओं से यह आग्रह है कि सबसे पहले हथियार खरीदिए, ओर वैचारिक रूप से मजबूत बनिए कौन कैसा है कौन दुश्मन है यह निगाह रखिए हर जगह अहिंसा की बिन मत बजाइए शास्त्र ओर शस्त्र दोनों का ज्ञान रखिए उसके बाद गाड़ी, बंगला, बैंक बैलेंस सब कुछ। वरना कट्टरपंथी, जो आज झोंपड़ी में रह रहा है, वो उसके हथियार का प्रयोग करके आपसे वो सबकुछ छीन लेगा, जिसके लिए आपने जीवन भर तपस्या की है।
आपके लिए एक टास्क है। कल से जिन 5 मंदिरों में जाओगे, वहाँ पर देवी देवताओं की मूर्ति का अच्छे से अवलोकन करोगे। उनके हाथ में क्या है, ये गौर करोगे। आपको हथियार दिखेगा। ये मेरा दावा है। आप 5 मंदिर जाओ, कम से कम 4 मंदिरों में आपको देवताओं के हाथ में हथियार जरूर मिलेगा। ये सिग्नल है। ये संदेश है।
जब कोई जिहादी आपको मार देगा, और आप भगवान के पास जाकर बोलोगे कि भगवान, आपने हमारी रक्षा क्यों नही की। तब भगवान बोलेंगे, जिस मंदिर को तू जाता था, वहाँ पर मेरे हाथ में तलवार थी। तूने उसको देखा ही नहीं। मैं तो संदेश दे रहा था। तलवार खरीद। लेकिन तूने उस संदेश को समझा ही नहीं। ये तेरी गलती है। भगवान भी तुम्हें सिग्नल दे रहे हैं, हथियार खरीदो। यह दुनिया एक जंगल है, इसीलिए जंगली बनो।
क्या तुमने कभी सोचा है कि अमेरिका दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश क्यों है? क्यों दुनिया के सारे देश मिलकर भी अमेरिका पर कब्जा नही कर सकते? क्यों कि हथियारों के मामले में वो अव्वल है ,, शस्त्र एवं शास्त्र दोनों का भंडार है उसके पास
हिटलर ने कहा था, अगर आप किसी देश पर कब्जा करना चाहते हो, तो सबसे पहले उसके नागरिकों से हथियार छीन लो। शरिया भी यही कहता है। शरिया के अनुसार किसी भी गैर मुस्लिम को अपनी सुरक्षा के लिए हथियार रखने की इजाजत नही है।
ये सब संदेश हैं। ये सब सिग्नल हैं। सभी तुम्हे कोई इशारा कर रहे हैं। इस संदेश को समझो।
आत्मरक्षा हेतु शस्त्र खरीदो...
भाईचारे और आदर्शवाद के संदेश बातों में ही अच्छे लगते हैं, वास्तविकता में नही।
आज जो आपसे हँस के बात कर रहा है, हो सकता है वही कल आपका काम लगा दे। इसीलिए शस्त्र खरीदो।
जेहादियों का पहला ध्यान हथियार खरीदने में ही रहता है। उसका पहला इन्वेस्टमेंट हथियार होता है। वो गाड़ी, बंगले में ध्यान देता ही नही। वो जानता है कि जिस दिन वो सामने वाले की कनपटी पर बंदूक रखेगा, सामने वाला हँसते हँसते जर, जोरू, जमीन, जान उसकी झोली में डालेगा। यही प्रकृति का नियम है। ताकतवर बनो, हथियार खरीदो, और जरूरत पड़ने पर हथियार चलाकर राक्षसों का वध करो।
दुर्गेश सिंह बेस,,,,

