हिंदुओं में सिर्फ और सिर्फ अपना व्यक्तिगत स्वार्थ देखा जाता है! इन्हें अपने सगे भाई, सगे-संबंधियों व पड़ोसियों तक से मतलब नही है तो बंग्लादेशी हिंदुओं से इन्हें क्या लेना-देना? बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ अत्याचार इसलिए हो रहा है क्योंकि वो हिंदू है , लेकिन उन हिंदुओं के लिए विश्व भर में कोई आवाज नहीं उठ रही इसका भी कारण वही हैं कि वो हिन्दू हैं..
हिंदुओं को कोई फरक नहीं पड़ता , उन्हें सिर्फ अपने आप से मतलब है...इसी कारण.....भारत बंद......कोई जरूरत नहीकाला दिवस मनाना.... जरुरत महीन, हड़ताल, चक्काजाम, सड़कों पर आंदोलन..... नही, नही, नही!
जीते रहो! जीते रहो! जीते रहो हिंदुओं! बंग्लादेशी हिन्दू मर रहा! उससे अपने को क्या मतलब...... लेकिन एक ना एक दिन ये आग बढ़ते हुए तुम्हारे घरों तक भी पहुंचेगी और फिर तुम्हारे लिए आवाज उठाने वाला, तुम्हारी सहायता करने वाला कोई नहीं होगा। अधिक है उन हिंदुओं पर जिन्हें गाजा का दर्द तो दिखाई दिया लेकिन बांग्लादेशी हिंदुओं की चीख सुनाई नहीं दे रही...
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