1. बांग्लादेश कभी भारत का अभिन्न हिस्सा था।
2. बांग्लादेश और भारत एक अभिन्न मित्र हैं उनको अलग नहीं किया जा सकता।
3. बांग्लादेश के विकास और समृद्धि में वहां के अल्पसंख्यकों का भी बहुत बड़ा योगदान है।
5. बांग्लादेश के लोगों का गुस्सा आरक्षण व सरकार के प्रति था तो, वहां के निर्दोष अल्पसंख्यकों पर अत्याचार क्यों?
6. इस्कॉन जैसी संस्था, जो वर्षों से वहां के लाखों लोगों को निशुल्क भोजन करा रही है, उसके भी मंदिरों को जलाने के पीछे आख़िर कौन सी मानसिकता है?
7. बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के घर, दुकान, मकान, कारखाने, व्यावसायिक प्रतिष्ठान तथा मन्दिरों पर अमानवीय हमले क्यों ?
8. विश्व भर के अल्पसंख्यकवादी और मानवाधिकारों के अलंबरदार, बांग्लादेश की घटना पर चुप क्यों हैं?
9. भारत में हिंदू मुस्लिम भाईचारे का राग अलापने वाले कथित मुस्लिम बुद्धिजीवी व उनसे जुड़ी संस्थाएं जैसे दारुल उलूम देवबंद, जमीयत उलमा ए हिन्द तथा ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की इन घटनाओं पर चुप्पी आश्चर्य जनक?
10. कहां हैं वैश्विक सिविल सोसाइटी तथा यूएनएचआरसी के लोग?
11. हमास के लिए रोने वाले और फिलिस्तीन का झंडा लहराने वाले बांग्लादेश में हिंदू उत्पीड़न पर मौन क्यों हैं?
12. 'ऑल आइज ऑन राफा' का कैंपेन चलाने वालों को अब 'ऑल आइज ओन बांग्लादेशी हिंदू' कहने से गुरेज क्यों ?
13. बात चाहे 1947 की हो या 1971 की या फिर 2024 की, निशाने पर सिर्फ हिंदू समाज ही क्यों?
14. अराजक प्रदर्शनकारियों के निशाने पर हिंदू किन्तु, सेना व संवैधानिक संस्थाएं तमसबीन?
15. 21 हजार पुस्तकों से भरे इंदिरा गांधी कल्चरल सेंटर को जलाने पर भी मुस्लिम बुद्धिजीवी मौन क्यों?
16. वरिष्ठ नेता व महिला प्रधानमन्त्री के अंग वस्त्रों तक की प्रदर्शनी लगाने पर भी दुनियाभर के कथित फेमिनिष्टों के होठ सील क्यों?
17. प्रदर्शनकारी हमलावर मुसलमान, पुलिस प्रशासन व शासन में मुसलमान, सरकार मुसलमानों की, कोर्ट मुसलमानों का लेकिन हमले हिन्दुओं पर क्यों?