1) व्रत करते-करते अगर कभी बुखार आदि कोई बीमारी हो गई बीमार पड़ गए तो क्या करना चाहिए?
उत्तर-: ऐसी अवस्था में व्रत करने वाले को अपने पुत्र बहन भाई या किसी पुरोहित या मित्र के द्वारा संकल्प लेकर उस व्रत को पूर्ण कराना चाहिए।
पति-पत्नी एक दूसरे के प्रतिनिधि के रूप में व्रत कर सकते हैं
( स्कंद पुराण)
2) व्रत करते समय अगर कभी सूतक या सावड लग जाए तो क्या करना चाहिए?
उत्तर-: ऐसे समय में भी प्रतिनिधि के द्वारा व्रत करवाना चाहिए
परंतु एकादशी व्रत किसी भी काल में हो स्वयं करना ही चाहिए.
3) उपवास के दिन अगर स्त्री राजस्वला (periods) हो जाए तो क्या करना चाहिए?
उत्तर-: ऐसी स्थिति में व्रत तो स्वयं करें उपवास स्वयं रखे परंतु उसका पूजन दान आदि का कार्य प्रतिनिधि द्वारा पूर्ण करना चाहिए।
4)हम मासिक शिवरात्रियां करते हैं चतुर्दशी के दिन एक समय खाना खाकर तो यह सही है क्या?
उत्तर-:हां एक समय भोजन करके उपवास किया जा सकताहै परंतु इसमें एक नियम शास्त्रों में प्राप्त होता है कि चतुर्दशी के दिन उपवास करने पर दिन में भोजन नहीं किया जाता इसका भोजन रात में ही किया जाता है.
5) अष्टमी के दिन कब भोजन करना चाहिए एक समय?
उत्तर-: अष्टमी के दिन भी दिन में भोजन करने का निषेध है इसलिए रात को ही भोजन करना चाहिए अगर उपवास कर रहे हैं इस दिन तो.
6) हम रविवार को उपवास रखते हैं हमें कब भोजन करना चाहिए?
उत्तर-: रविवार को उपवास रखने वाले व्यक्तियों को दिन में ही भोजन करना चाहिए रात में भोजन करने का उन लोगों को शास्त्रों में निषेध है.
7) उपवास वाले दिन किन कामों को करने से उपवास टूट जाता है?
उत्तर-: उपवास वाले दिन दिन में सोने से, पान खाने से, और मिथुन करने से उपवास टूट जाता है।
उपवास वाले दिन हजामत बनाने से, तेल मालिश करने से, दूसरे के घर जाकर खाने से, उपवास टूट जाता है।
8) दवाइयो में तो तरह-तरह की चीज मिली रहती है तो क्या उपवास वाले दिन दवाइयां नहीं खाना चाहिए?
उत्तर-: ऐसा नहीं है गरुड़ पुराण में स्पष्ट कहा गया है कि दवाइयां लेने से व्रत भंग नहीं होता है दवाइयां व्रत वाले उपवास में ली जा सकती है।
9) कभी-कभी ऐसा होता है कि हम ग्यारस का उपवास भूल जाते हैं तो क्या करना चाहिए?
उत्तर-: एकादशी का व्रत अगर कभी गलती से भूल गए तो द्वादशी को व्रत करना चाहिए।