जब बलात्कारी अब्दुल व अब्दुल्ला हों तो पैदा होने वाले बच्चे का DNA टेस्ट करवाओ। सामाजिक न्याय का नया तरीका.
हाथरस वाले मामले पर भारत का पूरा मीडिया पहुंच गया था, वहां पूरा पीपली लाइव चल रही थी, सारे बेरोजगार यूट्यूब पर पत्रकार भी पहुंच गए थे। एक कोई भाभी भी पहुंची थी जो खुद को उस लड़की की भाभी बता रही थी पता चला वह जबलपुर में डॉक्टर है। एक केरल से पत्रकार सिद्दीकी कप्पन भी पहुंच गया था। अल जजीरा के दो पत्रकार पहुंच गए थे
सबने खूब छाती कुटी। प्रियंका ईसाई वाड्रा, राहुल गांधी, रॉबर्ट ईसाई वाड्रा सब पहुंचे थे
अब अयोध्या में हिंदू निषाद समुदाय की 12 साल की बच्ची के साथ तीन महीनो तक गैंगरेप किया गया। लेकिन वहां कोई नहीं जा रहा क्योंकि गैंगरेप करने वाला मोइन खान और राजू खान मुस्लिम है और समाजवादी पार्टी के नेता है। यही सच्चाई है भारत की राजनीति की और इसे समझ नहीं पा रहा वो मानसिक गुलाम है, या बिकाऊ पिल्ला.....
आज जो जातिवादी कीड़े सपा के इस कु कृत्य के साथ केवल जाती के कारण खड़े हैं , उनके साथ भी यदि ऐसा हुआ तो वो कहां जाएंगे? नंबर तो सबका आएगा, क्योंकि जेहादियों के लिए काफिर बस काफिर होता है , और काफिर का क्या करना है वो उन्हें बचपन से सिखाया जाता है... बांग्लादेश में जो जेहादी कर रहे हैं वो किसी की जाती देखकर नहीं कर रहे... "काफिर"