इतनी भयावह स्थिति है हिंदुओं की के हिंदू बच्चियों को कोई जेहादी एक ऑनलाइन गेम के माध्यम से अपने लव जेहाद के जाल में फंसा लेता है और घर से भागकर अपने घर के जाता है... यानी अब जेहादियों का सीधा एक्सेस हिंदुओं के घरों के अंदर बैठी हिंदू बेटियों तक भी है और हिंदू बेटियों की ऐसी स्थिति है की वो आसानी से उनके जाल में फंस जाती हैं... ऐसे मां बाप पर शर्म आती है जिनको बेटियों की इतनी दयनीय स्थिति है... #नालायक_अभिभावक #गैरजिम्मेदार_मां_बाप
ऐसी खबरें सुनकर उतना गुस्सा जेहादियों पर नहीं आता जितना उन नालायक , गैर जिम्मेदार माता पिता पर आता है जिनकी बच्चियां इंस्टाग्राम, फेसबुक या ऑनलाइन गेम से भी जेहादियों की शिकार हो जाती हैं। इससे समझ आता है की आज कल के हिंदू माता पिता अपनी जिम्मेदारी भूल चुके हैं और केवल गुलचर्रे उड़ाने में व्यस्त हैं, आधुनिकता के नाम पर चु&यापा करने में व्यस्त हैं। हिंदू माता पिता को चाहिए के वो अपने बच्चों को अपने धर्म का ज्ञान बचपन से ही दें, उन्हें आधुनिक फुहड़ता सिखाना छोड़कर उचित संस्कार दें। आजादी के नाम पर इतना आजाद ना करें की जेहादियों की हवस की प्यास बुझाने के काम आएं। #शर्म_करो
बिहार के जमुई में ऑनलाइन गेम फ्री फायर खेलते हुए मोहम्मद आसिफ अंसारी ने एक नाबालिग हिंदू लड़की को अपने जाल में फँसा लिया। इसके बाद उसने नाबालिग को अपने घर भागने के लिए प्रेरित करते हुए बुला लिया। लड़की की उम्र 14 साल है। शंका होने पर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद आरोपित के पास हिंदू लड़की को बरामद कर लिया गया है।
यह मामला जमुई के झाझा क्षेत्र का है। यहाँ के ढाबा गाँव का रहने वाला आसिफ फ्री फायर गेम खेलते-खेलते सिवान की नाबालिग हिंदू लड़की को प्रेम जाल में फँसा लिया। आसिफ ने लड़की को बहकाकर झाझा बुला लिया और वहाँ से उसे गुरुवार (20 जून 2024) की रात को अपने साथ घर लेकर चला गया। ग्रामीणों को जानकारी मिली कि लड़की हिंदू धर्म की है तो उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी।
इसके बाद पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। आसिफ ने पुलिस को बताया कि वह पिछले तीन साल से फ्री फायर गेम खेल रहा है। इसी दौरान उसका संपर्क नाबालिग हिंदू लड़की से हुआ। धीरे-धीरे उसने लड़की से नजदीकी बढ़ा ली। लड़की के माता-पिता नहीं हैं। उसने बताया कि लड़की उसके साथ रहने को तैयार हो गई और घर छोड़ ट्रेन से झाझा पहुँच गई।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक, उसने पुलिस को बताया कि लड़की दूसरी बार झाझा आई है। इसके पहले वह बंगाल भाग गई थी। वहाँ बंगाल पुलिस ने पकड़ लिया था और लड़की के परिजनों को बुलाकर उन्हें लड़की सौंप दी थी। इस दौरान उसे आरोपित से दूर रहने की हिदायत दी गई थी। हालाँकि, वह आरोपित के साथ लगातार संपर्क में बनी रही।
वहीं, नाबालिग हिंदू लड़की ने बताया कि ऑनलाइन फ्री फायर गेम खेलने के दौरान मोहम्मद आसिफ अंसारी से उसका संपर्क हुआ था। इसके बाद आरोपित आसिफ के कहने पर वह झाझा आ गई थी। थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि 14 साल की लड़की को बहला फुसलाकर झाझा लाया गया था। लड़की सिवान जिले के रहने वाली है। लड़की के स्वजन को सूचना दे दी गई है।
ऑनलाइन गेम के दुष्परिणाम
पिछले कुछ सालों में ऑनलाइन गेम खेलने वालों की संख्या जबरदस्त इजाफा हुआ है। ऑनलाइन गेम से एक तरफ प्रॉब्लम सोल्विंग और टीम वर्क जैसे गुण विकसित होते हैं तो दूसरी ग्रूमिंग का बढ़ता चलन छोटे-छोटे बच्चों के लिए घातक साबित हो रहा है। इसके अलावा, इन खेलों के कारण बच्चों में एडिक्शन बढ़ रहा है, जिससे उनमें कई तरह के मानसिक विकार उत्पन्न हो रहे हैं।
इसका बड़ा खतरा ऑनलाइन ग्रूमिंग है। यह तब होती है, जब कोई व्यक्ति किसी युवा व्यक्ति को धोखा देकर उसके साथ संबंध बनाता है और उसका दुरुपयोग करता है। यह यौन संबंध हो सकता है। ड्रग्स बांटने, आत्महत्या या अन्य अपराध करने के लिए उकसाने या मजबूर करने जैसा हो सकता है। वित्तीय शोषण भी हो सकता है।
ऑनलाइन गेमिंग के जरिए अपराधी किस्म के लोग सरल-सीधे बच्चों एवं युवाओं को अपना शिकार बना सकते हैं। वे उनसे दोस्ती करके उन्हें अपने आपराधिक कामों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। ऑनलाइन खेलों में बच्चों को अजनबियों से चैट करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है और इन खेलों का दुरुपयोग बच्चों का शोषण करने के लिए किया गया है।
ऐसा ही एक खतरनाक ऑनलाइन गेम ‘ब्लू ह्वेल‘ भी सामने आया था। इसमें दो या दो अधिक खिलाड़ी ऑनलाइन खेलते हुए एक-दूसरे को खतरनाक चैलेंज देते थे। इनमें कई तरह की प्रताड़ना और आत्मघाती कदम शामिल होते थे। इस खेल के कारण भारत सहित दुनिया भर में हजारों युवाओं ने छत से कूद कर या अन्य तरीकों से जान दे दी थी। इसके बाद इसे भारत सहित दुनिया भर में बैन कर दिया गया है।

