◆ऐस्ट्राजेनेका ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ऐसे मामले दुर्लभ है, इसलिए डरने की आवश्यकता नही है
◆ AEFI की रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे मामलों का प्रतिशत मात्र 0.007 है
◆कोविड एप्प पर पहले से ये जानकारी उपलब्ध थी
◆एक लाख में सिर्फ एक व्यक्ति के प्रभावित होने की संभावना
वहीं covid कहीं अधिक मारक था (1.18% covid से पीड़ित लोग भारत में मर गए थे), और अगर vaccine ना लगती तो मृतको की संख्या कहीं ज्यादा होती.
Ecosystem वालों ने तो करोड़ो मौत होने का अंदेशा लगा रखा था... बड़े बड़े आर्टिकल तक तैयार थे छपने को... छप नहीं पाए
केवल खबरों की हेडलाइन पर ना जाएं पूरी जांच कर आगे बढ़ें अन्यथा परिणाम हमें हो भुगतने होंगे..