#FactCheck: दलित युवती की दर्दनाक मौत पूरे ठाकुर समाज को घसीटकर दिया जा रहा जातिवाद का रंग। जबकि लड़की की चाचा के हत्या के आरोपी- आशिक कुरैशी, बबलू बेना, इसराइल बेना, फहीम खान, टंटु कुरैशी हैं।
#घटना की सच्चाई- अगस्त महीने में अंजना अहिरवार के भाई नितिन अहिरवार की गांव के दबंगों ने निर्मम हत्या कर दी थी। जिसमें इस्लाम खान, अनीश खान, विक्रम ठाकुर, अभिषेक रैकवार, फरीम खान, सुशील सोनू समेत 9 दबंग गुंडे हत्यारे गिरफ्तार किए गए थे।
अंजना अहिरवार के बड़े भाई रोहित ने बताया कि घटना कि शनिवार रात को नितिन की हत्या के मामले में राजीनामा करने के लिए चाचा राजेंद्र अहिरवार को आरोपी पक्ष से जुड़े पप्पू रजक के घर बुलाया गया। बातचीत के दौरान दोनों पक्षों में विवाद हो गया। मारपीट में राजेंद्र अहिरवार बुरी तरह घायल हो गए। जहां अस्पताल में उनकी मौत हो गई।
इस दर्दनाक हत्याकांड में राजेंद्र के पिता रामसेवक अहिरवार की शिकायत पर खुरई देहात थाने में आशिक कुरैशी, बबलू बेना, इसराइल बेना, फहीम खान, टंटु कुरैशी पर FIR दर्ज की गई। अपने चाचा राजेंद्र अहिरवार की बॉडी लाते समय एम्बुलेंस से गिरकर अंजना अहिरवार की भी संदिग्ध मौत हो गई।
अब इस मामले को जातिवाद का एंगल दिया जा रहा है। ठाकुर और दलित समाज को भड़काया जा रहा है।