जेहादी अपना काम करते हैं , पूरी निष्ठा के साथ लेकिन हिंदू अपने धर्म का पालन तो दूर की बात अपनी ऐसे सर्टिफाइड शत्रुओं का बहिष्कार तक नहीं करते फिर कहते हैं #HindusUnderAttack। तो भाई जो समाज अपना इतिहास नहीं जानता, को समाज अपने शत्रुओं को नहीं पहचानना चाहता उसके साथ तो ऐसा ही होगा ना। क्या हम नही देख पा रहें की एक मानसिकता कैसे हमारे त्यौंहारों पर पथराव, दंगे , आदि करती है, फिर भी उनसे सामान खरीद उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करना क्या गद्दारी नहीं?
कितना दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है कि हर त्यौहार पर हिंदू समाजको बताना पड़ता है कि अपने त्योहारों की खरीदारी उनसे करो जो हमारे त्यौहारों को मानते हों, हमारे धर्म, हमारे देवी देवताओं का सम्मान करते हों। लेकिन नहीं ये नहीं सुधरेंगे और उनसे खरीददारी करने में भी पीछे नहीं हटेंगे जो हमारी बहन बेटियों को बर्बाद करते हैं जो हमारे बच्चों को हलाल कर उनका खून पीते हैं #बदायूं। सुधर जाओ हिंदुओं अन्यथा अपनी आने वाली पीढ़ी के विनाश का कारण तुम खुद बनोगे , अभी भी बन ही रहे हो।
अरे हिंदुओं कुछ सीख लो अपने उन भाईचारे वाले भाइयों से हो जिनसे आप भाईचारा निभा रहे हैं। रंग न मिले तो घर में ही रंग बना लो इसमें भी कोई बहुत बड़ा विज्ञान नहीं हैं
आइए जानें कैसे बनाएं चटपटे प्राकृतिक कलर-
1. जासवंती के फूलों को सुखाकर उसका पावडर बना लें और इसकी मात्रा बढ़ाने के लिए आटा मिला लें।
2. हरसिंगार के फूलों को पानी में भिगोकर नारंगी रंग बनाया जा सकता है।
3. एक चुटकी चंदन पावडर को एक लीटर पानी में भिगो देने से नारंगी रंग बनता है।
4. सूखे लाल चंदन को आप गुलाल की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। यह सुर्ख लाल रंग का पावडर होता है और त्वचा के लिए अच्छा होता है।
5. पलाश के फूलों को रातभर पानी में भिगो कर बहुत ही सुंदर नारंगी रंग बना सकते है। माना जाता हैं कि भगवान कृष्ण भी टेसू यानी पलाश के फूलों से होली खेलते थे। टेसू के फूलों के रंग को होली का पारम्परिक रंग माना जाता है।
6. सिन्दूरिया के बीज लाल रंग के होते हैं, इनसे आप सूखा व गीला लाल रंग बना सकते हैं।
7. दो छोटे चम्मच लाल चंदन पावडर लें और उसे 5 लीटर पानी में डालकर उबालें। फिर इसमें 20 लीटर पानी और डालें।
8. अनार के छिलकों को पानी में उबालकर भी लाल रंग बनाया जा सकता है।
9. बुरांस के फूलों को रातभर पानी में भिगो कर भी लाल रंग बनाया जा सकता है, लेकिन यह फूल हमारे आसपास नहीं पाए जाते हैं, यह तो सिर्फ पहाड़ी क्षेत्रों में ही दिखाई देते है।
10. पलिता, मदार और पांग्री में लाल रंग के फूल लगते हैं। ये पेड़ तटीय क्षेत्रों में पाए जाते हैं। इनके फूलों को रातभर में पानी में भिगो कर बहुत अच्छा लाल रंग बनाया जा सकता है।
11. सूखी मेहंदी पावडर को आप हरे रंग की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। सूखी लगाने पर इसे यूं ही हाथ से झटका कर साफ किया जा सकता है।
12. गुलमोहर की पत्तियों को सुखाकर, महीन पावडर कर लें, इसे आप हरे रंग की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं।
13. गीली मेहंदी से त्वचा पर रंग रह जाने का डर रहता है, इसलिए इसे बालों पर लगाने से ज्यादा फायदा होगा। इसे बेझिझक किसी के बालों पर भी लगा सकते हैं।
14. दो चम्मच मेहंदी को एक लीटर पानी में मिलाकर अच्छी तरह से हिलाएं।
15. पालक, धनिया और पुदीने की पत्तियों का पेस्ट पानी में घोलकर गीला हरा रंग बनाया जा सकता है।
16. चुकंदर को किस लें और इसे एक लीटर पानी में भिगो दें। बहुत ही अच्छा गुलाबी रंग तैयार हो जाएगा।
17. अगर आप गहरा गुलाबी रंग बनाना चाहते हैं तो इसके लिए इसे रातभर भिगोएं फिर रंग बनाएं, ज्यादा गाढ़ा गुलाबी रंग तैयार हो जाएगा।
18. 2 चम्मच हल्दी में 4 चम्मच बेसन मिला लीजिए। हल्दी व बेसन का उबटन त्वचा के लिए बहुत अच्छा होता है। इसमें आप बेसन की जगह कोई भी आटा या टेलकम पावडर मिला सकते हैं।
19. अमलतास, गेंदा व पीले सेवंती के फूलों से भी पीला रंग बनाया जा सकता है। इन फूलों की पंखुड़ियों को छांव में सुखाकर महीन पीस लें। इसमें आप चाहे तो बेसन मिलाइए वर्ना ऐसे ही इसका उपयोग कर सकते हैं।
20. 50 गेंदे के फूलों को दो लीटर पानी में मिलाकर उबालें व रातभर भीगने दें। सुबह तक बहुत ही खूबसूरत पीला रंग तैयार हो जाएगा।
21. पके जामुनों को बारीक पीसकर पानी मिला लें। इससे बहुत ही सुंदर नीला रंग तैयार किया जा सकता है।
22. गर्मियों के मौसम में खिलने वाले जकरंदा के फूलों की पंखुड़ियों को छांव में सुखाकर बारीक पीस लें। इनसे आप चमकीला नीला रंग बना सकते हैं।
23. नीले जासवंती के फूलों से आप नीला रंग बना सकते हैं।
24. 1 चम्मच हल्दी को 2 लीटर पानी में डालकर अच्छे से मिला लें। अधिक गाढ़ा पीले रंग पाने के लिए आप इसे उबाल भी सकते हैं।
हिंदू हिंदू भाई भाई जय हो सनातन धर्म की जय श्री राम
ReplyDeleteजय🙏 योगेश्वर
ReplyDeleteBoycott jeh&di
Jai shree Ram, 🙏
ReplyDeleteजय जय श्री राम
ReplyDeleteकभी नहीं, जो मानवता के दुश्मन हम उससे कोई भी सामाजिक या वाणिज्यिक संबंध नहीं रखेंगे
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