ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे
भगवती मां, काली का स्वरूप, देखने में भंयकर हैं किन्तु यह भंयकर स्वरूप अपने भक्तों को भयभीत करने के लिये नहीं है। उनका काला स्वरूप अज्ञान, अंधकार को मिटाकर प्रकाश देने वाला है। मां काली सारे दुःख, दर्द, पीड़ा, अभाव को दूर कर प्रसन्नता एवम् अमृत्यु को प्रदान करने वाली देवी हैं जो सारे दुःखों का नाश कर सुख को उत्पन्न करती हैं, अविद्या का नाश कर परब्रह्म से साक्षात्कार कराती हैं, ज्ञान का निरन्तर प्रकाश देती हैं। इसीलिये महाकाली साधना शीघ्र प्रभावकारी साधना है और उसके लिए नवार्ण मंत्र साधना सर्वश्रेष्ठ कही गयी है।
विद्वानों ने कहा है, कि चाहे व्यक्ति शिव- उपासक हो या विष्णु-उपासक, वह चाहे किसी भी धर्म का मानने वाला हो, नवार्ण साधना तो उसके जीवन की उन्नति के लिए अनुकूल एवं सुखदायक है ही। इसके नवार्ण अर्थात् नव अक्षर अपने आप में विराट शक्ति पुञ्ज से लिये हुएहैं। 'गुप्त चामुण्डा तंत्र' में बताया गया है, कि नवार्ण मंत्र के नव अक्षरों को सिद्ध करने पर नौ लाभ तुरन्त अनुभव किये जा सकते हैं।
'गुप्त चामुण्डा तंत्र' के अनुसार नवार्ण मंत्र के ये अक्षर या नौ बीज तथा उनसे सम्बन्धित फल प्राप्ति इस प्रकार से है-
१. ऐं - यह बीज नवार्ण मंत्र का पहला और सरस्वती बीज है, इसको सिद्ध करने पर स्मरण शक्ति तीव्र होती है।
२. ह्रीं - यह लक्ष्मी बीज है, जो कि सम्पूर्ण विश्व में प्रचलित है। इस बीज की साधना करने से या इसका मंत्र- जप करने से दरिद्रता दूर होती है, निरन्तर आर्थिक उन्नति होने लगती है।
३. क्लीं - यह काली बीज है, शत्रुओं का संहार करने, शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने, मुकदमे में सफलता प्राप्त करने और मन के विकारों, काम, क्रोध, लोभ, मोह आदि पर नियंत्रण प्राप्त करने के लिए यह महत्वपूर्ण बीज है।
४. चा- यह सौभाग्य बीज है। सौभाग्य की रक्षा, पति की उन्नति, पति के स्वास्थ्य और पति अपने आप में की पूर्ण आयु के लिए
५. मुं- यह आत्म मंत्र है। आत्मा की उन्नति, कुण्डलिनी जागरण, जीवन की पूर्णता और अन्त में ब्रह्म से पूर्ण साक्षात्कार के लिए यह मंत्र सर्वाधिक उपयुक्त एवं अद्वितीय है।
६. डा - यह सन्तान सुख बीज है। संतान के स्वास्थ्य और उसकी दीर्घायु के लिए इसी बीज मंत्र का सहारा लिया जाता है।
७.यै - भाग्योदय बीज है, जो साधक निरन्तर इस बीज मंत्र का जप करता रहता है, उसका शीघ्र भाग्योदय हो जाता है और वह अपने जीवन में सभी दृष्टियों से पूर्ण सफलता प्राप्त कर लेता है।
८.विच्चे- विच्चे का अर्थ समर्पण या नमस्कार है।
ॐ का उच्चारण आप लगा सकते है ॐ मंत्र को दशक्षरी करता है 🙏