ये अत्यंत ही चौंकाने वाली और ध्यान देने वाली खबर है की मुगल भले ही चलेंगे लेकिन दुष्ट मुगलों का गंदा खून आज भी अपनी गंदगी वैसे ही फैला रहा है। आज भी भारत में औरतों का बाजार लगता है और उनकी बोलियां लगाई जाती हैं। दुष्ट जेहादी केवल भारत की हो नहीं अपितु विदेशी महिलों को भी फंसाकर गलत तरीके दे भारत लाकर उन्हें बेचते हैं। ऐसी गतिविधि का होना उभरते भारत को छवि के लिए अच्छा नहीं हैं।
दरअसल, दिलोदिमाग को झकझोर देने वाला यह खुलासा बीते दिनों नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी (एनआईए) द्वारा गिरफ्तार किए गए तीन मानव तस्करों से पूछताछ के बाद हुआ है. तीनों तस्करों की पहचान रबी इस्लाम उर्फ रबीउल इस्लाम, शफी आलम उर्फ सोफी अलोम उर्फ सईदुल इस्लाम और मोहम्मद उस्मान के रूप में हुई है.
बांग्लादेश में शरण लेने वाली रोहिंग्या महिलाएं थी निशाने पर
एनआईए ने चार्जशीट में खुलासा किया है कि इन तस्करों के निशाने पर बांग्लादेश में शरण लेने वाली रोहिंग्या महिलाएं होती थीं. आरोपी इन महिलाओं को रोहिंग्या पुरुषों के साथ शादी और बेहतर जिंदगी का झांसा देते थे. झांसे में फंसने वाली महिलाओं को दलालों की मदद से अवैध रूप से भारत में लाया जाता था. इसके बाद, गुपचुप तरीके से इन महिलाओं को उत्तर प्रदेश, राजस्थान, जम्मू और कश्मीर, तेलंगाना, हरियाणा आदि सहित राज्यों के विभिन्न शहरों तक पहुंचाया जाता था.
रोहिंग्या महिलाओं के अवाला विदेशी नागरिकों की भी कराई घुसपैठ
जहां इन महिलाओं को बेच कर उनकी जबरन शादी करा दी जाती थी. एनआईए की अपनी चार्जशीट में यह भी खुलासा किया है कि आरोपियों ने इन रोहिंग्या महिलाओं के अतिरिक्त कई अन्य विदेशी नागरिकों की घुसपैठ भारत में कराई है. एनआईए की जांच में इस बात के भी सबूत मिले हैं कि रबी इस्लाम और मोहम्मद उस्मान ने अपनी असली पहचान छिपाने के लिए फर्जीवाड़ा कर आधार कार्ड हासिल किए. बाद में, इन आधार कार्ड का इस्तेमाल सिम कार्ड खरीदने और बैंक खाते खोलने के लिए भी किया गया था.