VIDEO AND PANCHANG : गीता वीडियो एवम पंचाग
"गीता अध्याय 09 श्लोक 34"
🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸
📢👉प्रशासक समिति द्वारा तैयार किए गए शुद्ध, सात्विक और स्वदेशी प्रोडक्ट देखने और मंगाने हेतु क्लिक करें
हमारी ये पहल आपको कैसी लगी कमेंट में अवस्य बताएं। और यदि ये पहल आपको अच्छी लगी तो हमारा सहयोग कर इस पहल को सफल बनाएं। (हिंदू राष्ट्र भारत के महायज्ञ में छोटिसी आहुति..)
🔥जेहाद मुक्त ,शुद्ध, सात्विक, स्वदेशी, गौ सेवा और गौ संरक्षण के पुण्य के साथ "गौ उत्पाद एवं अन्य" देखें👇 "एकात्मिता गौमय प्रोडक्ट" कैटलॉग
📢फ्री शिपिंग के लिए Min ऑर्डर Rs 200
🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸
🌥️ 🚩युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
⛅ 🚩तिथि - षष्ठी दोपहर 02:03 तक तत्पश्चात सप्तमी
⛅दिनांक - 01 फरवरी 2024
⛅दिन - गुरूवार
⛅अयन - उत्तरायण
⛅ऋतु - शिशिर
⛅मास - माघ
⛅पक्ष - कृष्ण
⛅नक्षत्र - चित्रा 02 फरवरी प्रातः 03:49 तक तत्पश्चात स्वाती
⛅योग - धृति दोपहर 12:28 तक तत्पश्चात शूल
⛅राहु काल - दोपहर 02:17 से 03:40 तक
⛅सूर्योदय - 07:20
⛅सूर्यास्त - 06:27
⛅दिशा शूल - दक्षिण
⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:37 से 06:28 तक
⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:27 से 01:19 तक
⛅व्रत पर्व विवरण -
⛅विशेष - नीम का फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है । सप्तमी को ताड़ का फल खाया जाय तो वह रोग बढ़ानेवाला तथा शरीर का नाशक होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🔹फरवरी मास की योगों व तिथियाँ🔹
👉 २ फरवरी : स्वामी विवेकानंद जयंती (ति. अ), स्वामी रामानंदाचार्य जयंती
👉 ६ फरवरी : षट्तिला एकादशी (इस दिन स्नान, उबटन, जलपान, भोजन, दान व होम में तिल का उपयोग पापों का नाश करता है ।)
👉 ७ फरवरी : प्रदोष व्रत
👉 ८ फरवरी : मासिक शिवरात्रि, व्यतीपात योग (रात्रि ११:१० से ९ फरवरी रात्रि ७:०७ तक)
👉 ९ फरवरी : माघ अमावस्या, मौनी-त्रिवेणी अमावस्या
👉 १० फरवरी : पंचक आरम्भ ( सुबह १०:०२)
👉 ११ फरवरी : चन्द्र दर्शन (शाम ६::२० से ०७:५५ तक)
👉 १२ फरवरी : तीलकुन्द चतुर्थी
👉 १३ फरवरी : मंगलवारी चतुर्थी (सूर्योदय से दोपहर २-४१ तक), विष्णुपदी संक्रांति (पुण्यकाल : सुबह ९-५१ से दोपहर ३-५४ तक) (इस दिन किये गये ध्यान, जप व पुण्यकर्म का फल लाख गुना होता है । - पद्म पुराण)
👉 १४ फरवरी : मातृपितृ पूजन दिवस, वसंत पंचमी (इस दिन सारस्वत्य मंत्र का अधिक-से-अधिक जप करना चाहिए ।)
👉 १६ फरवरी : माघ शुक्ल सप्तमी (इस दिन प्रातः पुण्यस्नान, व्रत करके गुरु का पूजन करनेवाला सम्पूर्ण माघ मास के स्नान का फल व वर्षभर के रविवार व्रत का पुण्य पा लेता है । यह सम्पूर्ण पापों को हरनेवाली व सुख-सौभाग्य की वृद्धि करनेवाली है ।)
👉 १९ फरवरी : छत्रपति शिवाजी महाराज जयन्ती (दि. अ), भक्त पुंडलिक उत्सव (पंढरपुर), वसंत ऋतु प्रारम्भ
👉 २० फरवरी : जया एकादशी
👉 २१ फरवरी : श्री वराह द्वादशी, श्री भीष्म द्वादशी, प्रदोष व्रत
👉 २२ फरवरी : माघ शुक्ल त्रयोदशी (इस दिन से माघी पूर्णिमा (२४ फरवरी) तक प्रातः पुण्यस्नान तथा दान, व्रतादि पुण्यकर्म करने से सम्पूर्ण माघ- स्नान का फल मिलता है । - पद्म पुराण), गुरुपुष्यामृत योग (सूर्योदय से शाम ४-४३ तक)
👉 २४ फरवरी : माघी पूर्णिमा, माघ स्नान समाप्त, संत रविदास जयंती
👉 २८ फरवरी : संकष्ट चतुर्थी (चंद्रोदय : रात्रि ९-४२), राष्ट्रीय विज्ञान दिवस
🔹गुरुवार विशेष 🔹
🔸हर गुरुवार को तुलसी के पौधे में शुद्ध कच्चा दूध गाय का थोड़ा-सा ही डाले तो, उस घर में लक्ष्मी स्थायी होती है और गुरूवार को व्रत उपवास करके गुरु की पूजा करने वाले के दिल में गुरु की भक्ति स्थायी हो जाती है ।
🔸गुरुवार के दिन देवगुरु बृहस्पति के प्रतीक आम के पेड़ की निम्न प्रकार से पूजा करें :
🔸एक लोटा जल लेकर उसमें चने की दाल, गुड़, कुमकुम, हल्दी व चावल डालकर निम्नलिखित मंत्र बोलते हुए आम के पेड़ की जड़ में चढ़ाएं ।
ॐ ऐं क्लीं बृहस्पतये नमः ।
🌹 फिर उपरोक्त मंत्र बोलते हुए आम के वृक्ष की पांच परिक्रमा करें और गुरुभक्ति, गुरुप्रीति बढ़े ऐसी प्रार्थना करें । थोड़ा सा गुड़ या बेसन की मिठाई चींटियों को डाल दें ।
🔸गुरुवार को बाल कटवाने से लक्ष्मी और मान की हानि होती है ।
🔸गुरुवार के दिन तेल मालिश हानि करती है । यदि निषिद्ध दिनों में मालिश करनी ही है तो ऋषियों ने उसकी भी व्यवस्था दी है । तेल में दूर्वा डाल के मालिश करें तो वह दोष चला जायेगा ।
🙏🚩🇮🇳🔱🏹🐚🕉️