अयोध्या का राम मंदिर सिर्फ़ आस्था ही नहीं बल्कि देश के विकास में योगदान देने वाला भी केंद्र बनेगा
अयोध्या के राममंदिर का महत्व जितना धार्मिक है उतना ही देशहित में भी रहेगा
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गौतम राम मंदिर मॉडल (सरयू के जल और अयोध्या की मिट्टी के साथ तैयार हो रहा है अधिक जानकारी हेतु इमेज पर क्लिक करें) |
हज और उमराह की धार्मिक यात्रा से सऊदी अरब को पिछले साल 12 लाख करोड़ रुपये की आय हुई। सऊदी सरकार का लक्ष्य ही कि उन्हें हज यात्रियों की संख्या का कोटा 2030 तक बढ़ाकर वर्तमान के 80 लाख यात्री प्रतिवर्ष से 3 करोड़ यात्री प्रतिवर्ष करना है। अब आप ख़ुद अंदाज़ा लगाइए कि इससे हज और उमरा से उनकी वर्तमान में होने वाली कमाई 13 लाख करोड़ से बढ़कर कितनी हो जाएगी।
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि सऊदी अरब की कुल जीडीपी का 7 प्रतिशत से ज़्यादा हिस्सा केवल हज यात्रा की कमाई से आता है। जो नॉन पेट्रोलियम जीडीपी के 20 प्रतिशत से ज़्यादा है। यानि केवल हज और उमरा की यात्रा सऊदी को समृद्ध कर रही है।
पूरी दुनिया में लगभग 191 करोड़ लोग इस्लाम को मानने वाले हैं, तो हिंदू धर्म को मानने वालों की संख्या भी बहुत कम नहीं है, पूरी दुनिया में 110 करोड़ से ज़्यादा हिंदू धर्म को मानने वाले हैं।
ये बात ठीक है कि हिंदू धर्म को मानने वाले अधिकांश लोग भारत में रहते हैं लेकिन दुनिया भर में रह रहे NRIs की संख्या भी कई करोड़ है।
ऐसे में जिस तर्ज़ पर अयोध्या में राममंदिर का निर्माण हो रहा है और भारत सरकार उसे जितना प्रमोट कर रही है, उससे एक दिन अयोध्या का राममंदिर दुनिया के मानचित्र में धार्मिक पर्यटन का सबसे बड़ा केंद्र बन सकता है, क्यूँकि मक्का मदीना में तो ये शर्त है कि उस जगह कोई ग़ैर मुस्लिम प्रवेश नहीं कर सकता लेकिन हमारे यहाँ ऐसी कोई बाध्यता नहीं है।