अयोध्या में जल्द ही रामलला विराजमान होंगे जिसकी तैयारी जोरों शोरों से चल रही है, इसी बीच राम लला की उस मूर्ति का चयन भी हो गया है जो गर्भगृह में स्थापित होगी, जिसकी प्राण प्रतिष्ठा होगी और सभी भक्त जिसके माध्यम से अपने आराध्य के दिव्य दर्शन प्राप्त करेंगे। लला की 3 मूर्तियां बनाई जा रही रही जिसमें से 1 का चयन किया गया जो नील वर्ण की होगी और कमल के पुष्प पर विराजमान होगी। जिसकी ऊंचाई कमल पुष्प के साथ लगभग 8 ft होगी। जानिए किसने बनाई है मूर्ति 👇
तीन मूर्तियों में से एक मूर्ति को फाइनल कर लिया गया है। ये मूर्ति कर्नाटक के योगीराज ने बनाई है, जो नीले पत्थर से बनी है। बाकी की एक मूर्ति भी नीले पत्थर की है, लेकिन वो दक्षिण भारतीय शैली में है। वहीं, एक मूर्ति सफेद संगमरमर की बनी है। ऐसे में योगीराज की बनाई मूर्ति पर सभी की सहमति बन गई है। 22 जनवरी को रामलला के मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में इसी मूर्ति को प्रतिष्ठित किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रामलला की तीन प्रतिमाओं का निर्माण 3 मूर्तिकारों गणेश भट्ट, योगीराज और सत्यनारायण पांडेय ने तीन पत्थरों से किया है। इनमें सत्यनारायण पांडेय की प्रतिमा श्वेत संगमरमर की है। जबकि शेष दोनों प्रतिमाएँ कर्नाटक के नीले पत्थर की हैं। इनमें गणेश भट्ट की प्रतिमा दक्षिण भारत की शैली में बनी थी। इस कारण अरुण योगीराज की प्रतिमा का चयन किया गया है।
रामलला की तीनों मूर्तियों को नवनिर्मित मंदिर में ही स्थापित किया जाएगा। एक मूर्ति गर्भगृह में स्थापित की जाएगी। दूसरी पहले तल पर राम दरबार में लगेगी। तीसरी मूर्ति को द्वितीय तल पर स्थापित किया जाएगा। पहली मूर्ति का चुनाव हो गया है, बाकी की दोनों मूर्तियों को कहाँ स्थापित किया जाएगा, इसका निर्णय बाद में किया जाएगा। तीनों मूर्तियों के लिए वस्त्र, जेवर और मुकुट का निर्माण हो रहा है। रामलला को गर्भगृह में जिस आसन पर विराजमान करवाना है, वह भी तैयार है।