अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आजकल लोग उन्हें अपना आइडल मानते हैं जो मात्र भांड है जो सिर्फ पैसों के लिए अपनी आत्मा तक बेच देते हैं, जो समाज को बर्बाद करने में लगे हुए हैं। फिल्मों के माध्यम से तो समाज को गंदगी बना ही रहे हैं साथ ही प्रचार माध्यम से भी जहर बेच कर लोगों को बर्बाद कर रहे हैं। किसी भी उल्टे सीधे उत्पाद का प्रचार करते हैं फिर वो घटिया उत्पाद भी महंगे भावों में लोगों को बेचे जाते हैं। अरे ये तो बिक चुके हैं लेकिन जनता इतनी मूर्ख क्यों बनी हुई हैं की इनकी बातों में आकर जहर खा रही है
वाकई हमारा समाज गर्त में जा रहा है और अपना बुद्धि विवेक खोकर 2 टेक के भांडों को फॉलो कर रहा है।