ॐ मंदिर परम्परागत नागर शैली में निर्मित।
5 मंदिर की लम्बाई (पूर्व-पश्चिम ) 380 फीट चौड़ाई 250 फीट एवं ऊँचाई 161 फीट।
5 तीन मंजिला मंदिर, प्रत्येक मंजिल की ऊँचाई 20 फीट, कुल 392 खम्भे, 44 दरवाजे ।
ॐ भूतल गर्भगृह प्रभु श्रीराम के बाल रूप ( श्रीरामलला ) का विग्रह, प्रथम तल गर्भगृह श्रीराम दरबार |
ॐ कुल पांच मंडप नृत्य मंडप, रंग मंडप, गूढ़ मंडप ( सभा मंडप ) प्रार्थना मंडप, कीर्तन मंडप |
खम्भे, दीवारों में देवी-देवता तथा देवांगनाओं की मूर्तियाँ।
5 प्रवेश पूर्व से 32 सीढ़ियाँ (ऊँचाई 16.5 फीट) चढ़कर सिंहद्वार से होगा ।
फ्र दिव्यांगजन तथा वृद्धों के लिए रैम्प एवं लिफ्ट की व्यवस्था ।
5 चारों ओर आयताकार परकोटा (प्राकार) - लम्बाई 732 मीटर, चौड़ाई 4.25 मीटर, परकोटा के चार कोनों पर चार मंदिर भगवान सूर्य, शंकर, गणपति, देवी भगवती, परकोटे की दक्षिणी भुजा में हनुमान एवं उत्तरी भुजा में अन्नपूर्णा माता का मंदिर।
* मंदिर के दक्षिणी भाग में पौराणिक सीताकूप ।
ॐ परकोटा के बाहर दक्षिणी दिशा में प्रस्तावित मन्दिर - महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वसिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, निषादराज माता शबरी एवं देवी " अहिल्या ।
5 दक्षिणी-पश्चिमी भाग में नवरत्न कुबेर टीले पर स्थित शिव मंदिर का जीर्णोद्वार एवं रामभक्त जटायु राज प्रतिमा की स्थापना ।
जय श्रीराम 🙏🏼🕉️🚩💐
ReplyDelete