हाल ही में कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे जिनमें रेल की पुत्री पर पत्थर लोहे की रोड आदि रखी मिली और ये इसलिए रखी थी ताकि दुर्घटना हो और कई लोग मारे जाएं.. वंदे भारत के साथ भी ऐसा हुवा था लेकिन वो दुर्घटना टल गई थी। अब बिहार से खबर आ रही है जहां नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के 21 डिब्बे पटरी से उतर गए। इस कथित दुर्घटना का कारण खोजा जा रहा है लेकिन पता चलेगा ऐसा थोड़ा मुश्किल ही है।
रेलवे में अनेकों सुधार हो रहे हैं, तरह तरह की तकनीक विकसित की जा रही है, लेकिन एक डर अब बढ़ता जा रहा है की यदि जेहाद पर सरकार और प्रशासन अंकुश नहीं लगाएगा तो सारी तकनीकी क्या कथित हादसों को रोक पाएंगी? पिछले कई समय से अनेकों वीडियो सामने आ चुके हैं जहां रेलवे ट्रैक्स से छेड़छाड़ की जाती है जिससे बड़ा हादसा हो और लोगो को सामुहिक मौत हो। ऐसे हादसे राजनीति भी हो सकते हैं और जेहादी भी। जनता सतर्क रहे और सरकार / प्रशासन पर इस जेहाद से निपटने की मांग करे ताकि हादसे ना हों और हम तथा हमारे अपने ऐसे हादसों के शिकार होने से बचें।
विस्तृत खबर Opindia
दिल्ली-कामाख्या नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के 21 डिब्बे बुधवार (11 अक्टूबर 2023) की रात बिहार के बक्सर जिले के रघुनाथपुर स्टेशन के नजदीक पटरी से उतर गए। हादसे में 4 यात्रियों की मौत हो गई है। 70 अन्य घायल हैं। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया है कि बचाव अभियान पूरा हो चुका है।
केंद्रीय मंत्री और बक्सर के सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने गुरुवार की सुबह घटनास्थल का दौरा किया। रेलवे ने यात्रियों के लिए आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक दुर्घटना रात 9:53 बजे हुई। 23 कोच वाली दिल्ली-कामाख्या नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस बुधवार सुबह 7:40 बजे दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल से चली थी। रात करीब 9.53 बजे रघुनाथपुर स्टेशन के पास ट्रेन के 21 डिब्बे पटरी से उतर गए।
रेल मंत्री वैष्णव ने देर रात एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर बताया, “राहत और बचाव कार्य पूरा हो चुका है। सभी कोचों की जाँच की गई। यात्रियों को ले जाने वाली ट्रेन भी पहुँच गई है। इसे कुछ ही मिनटों में शुरू हो जाना चाहिए।” उन्होंने कहा है कि ट्रेन के पटरी से उतरने की वजहों का पता लगाया जाएगा।
वहीं केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा है, “यह एक दुखद घटना है। मैंने कल रात रेल मंत्री, डीएम, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, मुख्य सचिव और डीजीपी को घटना की जानकारी दी और लोगों से दुर्घटना स्थल पर पहुँचने और मदद करने का आग्रह किया। मैं सहयोग के लिए सभी स्थानीय निवासियों को धन्यवाद देता हूँ। घटना के पीछे के कारणों की जाँच की जा रही है।”
इस हादसे को लेकर पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक ने कहा कि मृतकों के परिवार को 10 लाख रुपए और घायलों को 50000 रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। समाचार एजेंसी एएनआई को ब्रह्मपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती एक घायल यात्री ने बताया, ”मैं एसी कोच में था। अचानक से चीख-पुकार मच गई। लोग चिल्ला रहे थे। कई लोग मुझ पर गिर पड़े।”
रेलवे ने यात्रियों के लिए इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। ये पटना के लिए 9771449971, दानापुर के लिए 8905697493, आरा के लिए 306182542 और 7759070004 हैं।