GEETA VIDEO AND PANCHANG : गीता वीडियो एवम पंचांग
गीता अध्याय ४ ज्ञानकर्म सन्यास योग श्लोक 34
🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸
📢👉प्रशासक समिति द्वारा तैयार किए गए शुद्ध, सात्विक और स्वदेशी प्रोडक्ट देखने और मंगाने हेतु क्लिक करें
हमारी ये पहल आपको कैसी लगी कमेंट में अवस्य बताएं। और यदि ये पहल आपको अच्छी लगी तो हमारा सहयोग कर इस पहल को सफल बनाएं। (हिंदू राष्ट्र भारत के महायज्ञ में छोटिसी आहुति..)
🔴विशेष सूचना : अगर कोई साथी श्रीमद्भागवत गीता पढ़ने के लिए "गीता प्रेस गोरखपुर की श्रीमद्भागवत गीता" पुस्तक चाहता है तो हमसे संपर्क करें जो साथी पैसे देने में असमर्थ हैं लेकिन संकल्पित होकर गीता पढ़ने के इच्छुक हैं तो गीता जी की पुस्तक प्रशासक समिति की तरफ से बिल्कुल मुफ्त आपके घर पर पहुंचाई जाएगी बस आपको उसे पढ़ने का संकल्प लेना होगा)
🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸
आज का पंचांग
शुक्रवार ११/०८/२०२३
श्रावण कृष्ण एकादशी, युगाब्ध - ५१२५
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
⛅ 🚩तिथि - एकादशी पूर्ण रात्रि तक
⛅दिनांक - 11 अगस्त 2023
⛅दिन - शुक्रवार
⛅शक संवत् - 1945
⛅अयन - दक्षिणायन
⛅ऋतु - वर्षा
⛅मास - अधिक श्रावण
⛅पक्ष - कृष्ण
⛅नक्षत्र - मृगशिरा 12 अगस्त सुबह 06:02 तक तत्पश्चात आर्द्रा
⛅योग - व्याघात दोपहर 03:06 तक तत्पश्चात हर्षण
⛅राहु काल - सुबह 11:07 से 12:45 तक
⛅सूर्योदय - 06:14
⛅सूर्यास्त - 07:15
⛅दिशा शूल - पश्चिम दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:47 से 05:30 तक
⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:23 से 01:07 तक
⛅व्रत पर्व विवरण - एकादशी वृद्धि तिथि
⛅विशेष - एकादशी को शिम्बी (सेम) खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
एकादशी तिथि में चावल खाना वर्जित है ।
🌹परमा (कामदा) एकादशी - 12 अगस्त 2023🌹
🔸एकादशी 11 अगस्त प्रातः 05:06 से 12 अगस्त सुबह 06:31 तक
🔸व्रत उपवास 12 अगस्त शनिवार को रखा जायेगा ।
🔸एकादशी व्रत के लाभ🔸
👉 एकादशी व्रत के पुण्य के समान और कोई पुण्य नहीं है ।
👉 जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।
👉 जो पुण्य गौ-दान, सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।
👉 एकादशी करनेवालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं । इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है ।
👉 धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है ।
👉 कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है ।
👉 परमात्मा की प्रसन्नता प्राप्त होती है । पूर्वकाल में राजा नहुष, अंबरीष, राजा गाधी आदि जिन्होंने भी एकादशी का व्रत किया, उन्हें इस पृथ्वी का समस्त ऐश्वर्य प्राप्त हुआ । भगवान शिवजी ने नारद से कहा है : एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं, इसमे कोई संदेह नहीं है । एकादशी के दिन किये हुए व्रत, गौ-दान आदि का अनंत गुना पुण्य होता है ।
🔹सरल है ह्रास को रोक के विकास करना ! 🔹
🔸१) व्यर्थ चिंतन : व्यर्थ का चिंतन त्याग दें । व्यर्थ चिंतन हटाने के लिए बीच – बीच में ॐकार का उच्चारण, सुमिरन करें । व्यर्थ के चिंतन में शक्ति का ह्रास होता है । व्यर्थ कि उधेड़बुन होती रहती है, उसमें बहुत सारी शक्ति खत्म होती हैं । भगवद-उच्चारण, भगवत्सुमिरन से व्यर्थ के चिंतन का अंत हो जाता है ।
२)🔸 व्यर्थ बोलना : व्यर्थ का भाषण, व्यर्थ की बात.... १० शब्द बोलने हों तो ६ में निपटाओ तो आपका बोलना प्रभावशाली रहेगा । जो १० कि जगह पर ५० शब्द बोलते हैं उनकी कोई सुनता भी नहीं । १० कि जगह पर १०-१२ तो चल जाय, २० बोलेगा तो भी लोग ऊबेंगे । कट – टू – कट बोलना चाहिए फोन पर भी कट-टू -कट बात करनी चाहिए । व्यर्थ के भाषण से बचना हो तो भगवत्सुमिरन, भगवत्शान्ति में गोता खाते रहो, व्यर्थ की बड़बड़ाहट से बच जाओगे ।
🔸३) व्यर्थ का दर्शन : यह देखो, वह देखो.... इससे तो भगवान को और सद्गुरु को ही देखने कि आदत डाल दो । व्यर्थ का देखना बंद हो जायेगा, कम हो जायेगा ।
🔸४) व्यर्थ का सुनना : व्यर्थ का सुनने कि आदत होती है । टी.वी. में व्यर्थ का देखते हैं, व्यर्थ का सुनते हैं, जिससे गडबड संस्कार पड़ जाते हैं । इसकी अपेक्षा भगवान को देखो और भगवत्कथा सत्संग सुनो ।
🔸५) व्यर्थ का घूमना : इधर गये, उधर गयें.... इससे तो फिर सत्संग में जाओ और सेवा के लिए घूमो तो व्यर्थ का घूमना बंद हो जायेगा ।
🔸तो व्यर्थ का सोचना, बोलना, देखना, सुनना और घूमना – इनमें शक्ति का ह्रास होता है इसलिए उन्हें सार्थक में ले आओ ।
🔹विद्याध्ययन में आनेवाली पाँच बाधाएँ🔹
🔸बालकों को विद्याध्ययन में पाँच बाधाओं से सावधान रहना चाहिए :
🔸१) अभियान, २) क्रोध, ३) प्रमाद , ४) असंयम, ५) आलस्य ।
ये पाँच दोष शिक्षा में बाधक बनते हैं ।
🙏🚩🇮🇳🔱🏹🐚🕉️