चाय वाले चौकीदार ने एफिल टावर से भी 35 मीटर ऊंचाई पर लोहे का ब्रिज बनाकर उस पर ट्रेन दौड़ा दी ओर सोने के चम्मच लेकर पैदा हुए राहुल गांधी, अखिलेश यादव जैसे जातिवादी जेबकतरे विदेश से पढ़कर आकर भी भारत में जाती गोत्र ही ढूंढ रहे हैं।क्योंकि इन जातिवादी जेबकतरों को भारत के विकास से और देश की जनता के बच्चों के भविष्य से कोई मतलब नहीं, इन्हें सिर्फ उनके परिवारों और उनकी राजनीति से मतलब है।
देश इन जातिवादी जेबकतरों के पेट का पाप और मोदी की नियत दोनों को भली भांति जानता है।देश को पता है मोदी का विजन अपने परिवार को सत्ता और संगठनो में स्थापित करना नहीं बल्कि देश की जनता के उनके बच्चों के भविष्य को सँवारना हैं️।भारत को हर स्तर पर सक्षम बनाना है राष्ट्र को मजबूत करना है धर्म का व्याप्त बढ़ाना है धर्म को संरक्षित करना।
लेकिन इन जातिवादी परिवार वादी जेबकतरों का एक ही उद्देश्य है सनातन धर्म को तोड़कर भी भारत को टुकड़े-टुकड़े करके भी अगर इन परिवारों की राजनीति बच सकती है तो ये देश को भी तोड़ देंगे और धर्म को भी बर्बाद कर देंगे।इसलिए देश इन जातिवादी परिवारवादी नेताओं के मंसूबों ओर चाय वाले चौकीदार की नियत दोनों को अच्छे से जानता है।
देश को गर्व है अपने चौकीदार पर...
जयराम जी की....🙏