तेलंगाना हैदराबाद में शरणार्थी बनकर आए सैकड़ों रोहिंग्या मुसलमान भारत की नागरिकता की मांग कर रहे हैं।आज भारत की नागरिकता की मांग कर रहे हैं, कल बोलेंगे सभी का खून शामिल है इस मिट्टी में देश किसी के बाप का थोड़ी है।
कुछ शरणार्थी बनकर आए तो कुछ घुसपैठ करके और अब भारत को नागरिकता चाहते हैं, ऐसे लोग जो किसी दूसरे देश से इसलिए भगाए गए क्योंकि ये वहां के अन्य लोगों पर अत्याचार करते थे, जो वहां लूटपाट मचाते थे, बलात्कार, हत्याएं करते थे। ऐसे लोगों को शरण देकर क्या सही किया? और अब नागरिकता मांगी जा रही है , क्या ये भारत के लोगों, खासकर हिंदुओं के साथ अन्याय नहीं होगा?
घुसपैठियों का एजेंडा तो पहले से फिक्स है उन्हें भारत को गजवा ए हिंद बनाना है। भारत सरकार को चाहिए कि ऐसे लोगों को वापस वही भेज दिया जाए जहां से यह आए हैं नागरिकता देने तो बहुत दूर की बात है। और यदि भारत सरकार ऐसा नहीं करती है तो इन्हें अपना 2047 का विकसित भारत का सपना देखना बंद कर देना चाहिए