फ्रांस जल रहा है, यूरोप सुलग रहा है ये समाचार हर स्थान पर है।लेकिन कोई यह बात नहीं कर रहा कि कौन लोग इन सुंदर देशों को जला रहे हैं? उनका उद्देश्य क्या है? भारत तो स्वयं पीड़ित है, लेकिन हम भी आज तक इस रहस्य को नहीं समझ पाए। मजहबी आतंक के आगे इस सामूहिक मतिभ्रम पर देखें देवांशु झा द्वारा रचित यह व्यंग्य वीडियो👇
जब तक सत्य को स्वीकार नहीं करोगे तब तक इसी प्रकार विनाश देखना पड़ेगा। भारत समेत पूरा विश्व स्वीकार करने को तैयार नहीं कि जिहाद और आतंक का मजहब क्या है? इसराइल के अलावा पूरा विश्व ये मानने या बोलने को तैयार नहीं की इस जेहाद और आतंक की जड़ क्या है , एक अमेरिकी राष्ट्रपति "डोनाल्ड ट्रंप" ने खुलकर बोला लेकिन खुद अमेरिकियों ने उसे सत्ता से हटा दिया।
भारत में भी लोकतंत्र और संविधान के नाम पर जिस जिहाद और आतंक को बढ़ावा दिया जा रहा है उसके परिणाम लगातार सामने आ रहे हैं 🤷🏻♂️ विश्वंभर के लिब्रांडू जो इन जिहादियों का समर्थन कर रहे हैं वह इस बात को समझने यदि आप काफिर है तो कभी ना कभी इनका कहर आप पर भी जरूर टूटेगा।
सरकारें और प्रशासन भले ही सत्ता को लालच में इस जेहाद और आतंक को पनपने दें, लेकिन देश को जनता को तो अब सत्य स्वीकार कर लेना चाहिए और इन कट्टरपंथी जेहादी विनाशकों का पूर्ण रूप से बहिष्कार करना चाहिए, अन्यथा बादमें पछताना से भी कुछ नहीं होगा। आपके घर, गाड़ी ही नहीं आपकी बहन बेटियों तक को आपके सामने लूटा जाएगा और आप कुछ नहीं कर पाओगे।
उठो, जागो और इन आतंकी हैवानों के विरुद्ध एकजुट हो जाओ, इनका पूर्ण रूप से बहिष्कार करो , इन्हें अपने आस पास पनपने मत दो.. इन्हें बढ़ावा मत दो अन्यथ ये आपको जीने नहीं देंगे।