दूसरी तरफ कांग्रेस अपने स्वभाव के अनुरूप झूठ बेच रही है, कॉन्ग्रेस नेता भक्त चरणदास ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया है कि लोगों को अब लग रहा है कि ट्रेन का सफर सुरक्षित नहीं है। इस कारण से दुर्घटना के बाद से हजारों लोगों ने अपने टिकट कैंसिल कर दिए हैं। जिसका जवाब रेलवे ने आंकड़ों के साथ दिया और कांग्रेस के झूठ का खण्डन किया।
हमारे देश में राजनीति कितनी गिर सकतीं है ये अब दिखाई देने लगा है और अभी 2024 तक ना जाने क्या क्या देखना पड़ेगा और कितनी जाने जाएंगी। मोदी को हटाना अब राजनीतिक पार्टियों के लिए आन बान शान का सवाल बन गया है जिसके लिए ये किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं, विदेशी ताकतें भी खुला ऐलान कर चुके हैं भारत के विरुद्ध।
BJP नेता और पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने न्यूज18 से बात करते हुए कहा है, “इंटरलॉकिंग सिस्टम और घटना में क्या हुआ, इसके बारे में मेरे पास जो इनपुट और समझ है, मुझे लगता है कि इसमें बड़ी छेड़छाड़ की गई थी। इसी के चलते कोरोमंडल एक्सप्रेस मेन ट्रैक से लूप लाइन पर चली गई। अब और अधिक जानकारी सामने आने के बाद मुझे 100 percent यकीन है कि यह दुर्घटना किसी बड़े छेड़छाड़ के चलते हुई।”
उन्होंने दावा किया, “रेलवे ट्रैक पर ग्रीन सिग्नल था, ऐसे में इंटरलॉकिंग सिस्टम का इस तरह से खराब होना असंभव है। रेलवे सिस्टम में इस तरह की चीजें नहीं होतीं। यदि कभी इंटरलॉकिंग सिस्टम फेल हो जाता है या खराब हो जाता है तो दूसरा सिस्टम काम करना शुरू कर देता है। इसे ‘फेल-सेफ’ कहा जाता है। यदि फेल-सेफ एक्टिव हो जाता है, तो रेलवे ट्रैक पर सभी सिग्नल रेड हो जाते हैं।”
आगे कहा, “हमें यह समझना चाहिए कि एक लोको पायलट सिग्नल के आधार पर केवल ब्रेक दबा सकता है या ट्रेन की स्पीड बढ़ा सकता है। लोको पायलट न तो ट्रैक बदल सकता है और न ही ट्रेनों का रुट बदल सकता। लिहाजा, सिस्टम के अंदर से छेड़छाड़ किए जाने के बाद ट्रेन ने ट्रैक बदला और अपने आप ही मेन लाइन से लूप लाइन पर चली गई। अगर यह सिर्फ सिग्नल फेल होने या इंटरलॉकिंग सिस्टम की खराबी का मामला होता, तो ट्रेन इतनी आसानी से ट्रैक कभी नहीं बदल सकती थी। वास्तव में, सिस्टम के फेल होते ही सिग्नल अपने रेड हो जाता है।”
TMC द्वारा CBI जांच के विरोध पर सुवेंदु अधिकारी ने कहा , “यह घटना टीएमसी की साजिश है। ये कल से इतना क्यों घबरा रहे हैं जबकि यह घटना तो दूसरे राज्य की है। ये लोग सीबीआई जाँच से क्यों डर रहे हैं? इन लोगों ने पुलिस की मदद से दोनों रेलवे अधिकारियों के फोन टैप किए। इन लोगों को रेलवे के दो अधिकारियों की बातचीत का पता कैसे चला? बातचीत कैसे लीक हो गई। यह सब सीबीआई जाँच में यह आना चाहिए। नहीं आया तो मैं कोर्ट जाऊँगा।”
कांग्रेसी भी अपने झूठ के धंधे पर लगे हैं कॉन्ग्रेस नेता भक्त चरण दास ने रविवार (4 जून 2023) को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के वीडियो कॉन्ग्रेस में अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से भी शेयर किया है। वीडियो में भक्त चरणदास ने कहा, “बीते दिनों में ऐसी रेल दुर्घटना कभी नहीं हुई, बड़ी तादाद में लोगों की मौत हुई है। सरकार आधिकारिक तौर पर 275 लोगों की मौत की बात कह रही है लेकिन अभी भी सैंकड़ों लोग लापता हैं। हजार से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। इस दुर्घटना के बाद हजारों लोगों ने अपने ट्रेन टिकट कैंसल किए हैं। उन्हें लगता है कि ट्रेन में सफर सुरक्षित नहीं है।”
इस झूठ के जवाब में IRCTC ने जवाब देते हुए कहां "“तथ्यात्मक रूप से यह गलत है। कैंसिलेशन में बढ़ोतरी नहीं हुई है। बल्कि इसके उलट कैंसिलेशन घटा है। 1 जून को 7.7 लाख टिकट कैंसिल हुए थे। वहीं, 3 जून को 7.5 लाख टिकट की कैंसिल हुए।”
वैसे कांग्रेस का ये कोई पहला झूठ नहीं और ना ही अंतिम झूठ इसलिए देशवासियों को झूठी और मक्कार कांग्रेस पर ऐसे ही भरोसा नहीं करना चाहिए। अभी तो 2024 के चुनाओ तक बड़े बड़े झूठ और भ्रामक बातें सामने आ सकतीं हैं।