एक और झकझोर देने वाली घटना हुई देश में, अब फिर हो हल्ला होगा, कैंडल मार्च निकलेगा, ट्विटर पर ट्रेंड चलेंगे, वीडियो बनेंगे और फांसी की मांग की जाएगी लेकिन क्या फांसी होगी? नहीं ! ना निकिता के हत्यारे को फांसी हुई, ना श्रद्धा के हत्यारे को फांसी हुई ना शाक्षी के हत्यारे को होगी और ना ही सरस्वती के हत्यारे को फांसी होगी। 👇Video अवश्य देखें।
इस हैवान ने 32 वर्षीय सरस्वती जो इसके साथ leav in relationship में थी उसे काटा, दिए पकाया। ऐसी घटनाएं रोकने के लिए कानून में बदलाव अनिवार्य हैं।
जिस देश में ऐसा घटिया कानून , घटिया नियम, घटिया व्यवस्था, सड़ा हुवा ज्यूडिशियल सिस्टम होगा वहां ऐसे अपराध कभी नहीं रुक सकते।https://www.prashasaksamiti.com/2023/06/blog-post.html
इन सारे अपराधों का जिम्मेवार देश का घटिया कानून है जो अब भी अंग्रेजों के बनाए नियमों को ढो रहा हैं। जबतक अपराधियों में कानून का डर ही नहीं होगा तो अपराध रुकेंगे कैसे , ऊपर से हमारे देश में तो इन दरिंदों के मानवाधिकार देखे जाते हैं, और फिर लीव इन रिलेशनशिप जैसा कानून बनाकर इन अपराधियों को एक अच्छा रास्ता भी तो सिस्टम ही दे रहा है।
कुछ मामले सामने आ जाते हैं लेकिन ये सच्चाई है की अनेकों मामले तो सामने ही नहीं आते होंगे, ये तो इस व्यक्ति से थोड़ी देर हो गईं वर्ना पूरी लाश डिस्पोज कर चुका होता तो कहां पकड़ में आता?
हत्याकांड को पूरी जानकारी के लिए Opindia का ये आर्टिकल पढ़ें 👉आरी से 32 साल की सरस्वती के किए टुकड़े, प्रेशर कुकर में उबाला: आफताब के तरीकों को देख लिव इन पाटर्नर ने बनाया मर्डर प्लान
यदि वाकई देशवासी चाहते हैं की अपराध रुकें, अपराधियों को सजा मिले तो 👇 अश्विनी उपाध्याय जी का ये वीडियो देखें और 8 अगस्त को सभी उनकी इस मुहिम में सहभागी बनें, बाकी ये रोज रोज कैंडल मार्च, ट्विटर ट्रेंड, वीडियो आदि से कुछ होने वाला नहीं। 👇click on imeg to View video👇