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आदिपुरुष फिल्म के प्रमोशन के लिए कृति सेनन, ओम राउत आदि तिरुपति मंदिर पहुंचे और मंदिर प्रांगण में ऐसी हरकत कर दी की मंदिर के मुख्य पुजारी जी ने उन्हें होटल जाकर ये सब करने की सलाह दी। ओम राउत ने कृति सेनन को चुम्मा किया और फ्लाइंग किस भी दिया। Video 👇
तिरुपति (Tirupati) में फिल्म का ट्रेलर (Trailor) लॉन्च किए जाने के बाद फिल्म की स्टारकास्ट ने 7 मई 2023 को वेंकटेश्वर मंदिर में दर्शन किए थे। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि फिल्म से जुड़े लोग मंदिर परिसर में हैं। दर्शन के बाद जब कृति सेनन (kriti senon) वहाँ से निकलने लगती हैं तो ओम राउत om raut) उन्हें विदा करने आते हैं। वे अभिनेत्री को गले से लगाते हुए उनके गाल पर ‘गुडबाय किस’ और फ्लाइंग किस (goodbyeKiss and Flying kiss)करते हैं।
इनको इस हरकत पर लोगों ने आपत्ती जताई और मंदिर के प्रधान पुजारी ने कहा है, “यह निंदनीय कृत्य है। यहाँ तक कि पति और पत्नी भी वहाँ (मंदिर) एक साथ नहीं जाते। आप होटल के कमरे में जाकर यह सब कर सकते हैं। आपका व्यवहार रामायण और देवी सीता का अपमान करने जैसा है।”
हमारा मत
वैसे को लोग बचपन से मंदिर नहीं गए, जिन्हे मंदिर की महत्ता, मंदिर के तौर तरीके, नियम पता ही नहीं वो ऐसा ही तो करेंगे। ये बरसाती मेंढकों की तरह हैं जो केवल अपना काम निकलवाने के लिए , फिल्म के प्रमोशन के लिए मंदिर पहुंचकर भगवान और भक्तों को मूर्ख बनाने पहुंच जाते हैं।
हाल ही में कृति सेनन पंचवटी भी गई जहां लोगों ने यही कहा की बस फिल्म आने वाली है तो बड़े भक्त बन गए ऐसे तो धर्म भगवान आदि से कोई मतलब होता ही नहीं। बाकी यही लोग फिल्म के प्रमोशन के लिए मजाब, दरगाह भी जाते हैं क्योंकि इन्हें धर्म ,मजहब आदि से नहीं बस पैसों से मतलब हैं बस फिल्म के प्रमोशन से मतलब हैं।
अब किस वाले मामले के बाद इनके कुछ समर्थक या ये कहें चाटुकार चमचे इनका पक्ष लेते हुए कह सकते हैं को इतनि सी बात का बतंगड़ मत बनाओ तो उन्हें बता दें की मंदिर हमारी आस्था का केंद्र है और वहां जाना है तो उसकी गरिमा को ध्यान की रखते हुए इसके नियमों के अनुशार ही जाओ अन्यथा अपने घर, स्टूडिया या कहीं और जाकर जो मर्जी करना है करो, वैसे भी बॉलीवुड ने पूरे समाज को गंदगी से भर दिया है अब कम से कम मंदिरों को तो छोड़ दो।
वैसे एक बात और ध्यान देने लायक है कि जिन लोगों को मंदिरों का नियम नहीं पता मंदिरों की गरिमा का कोई भवन नहीं वह लोग क्या न्याय करेंगे प्रभु श्रीराम के उस महान व्यक्तित्व का वह क्या रामायण बनाएंगे जरा विचार कीजिए! बाकी इस फिल्म के दो कई दृश्य हमने पहले देखे ही हैं जिससे इनकी अज्ञानता का पूर्ण परिचय मिल चुका है। भगवान जाने की यह भगवान श्री राम, हनुमान जी, लक्ष्मण जी, माता सीता, लंकापति रावण का कैसा व्यक्तित्व हमारे समाज को दिखाने वाले हैं।