Castism यानी जातिवाद को लेकर कई सारी बातें कहीं जाती है, कुछ लोग इसका दोष ब्राह्मणों को देते हैं तो कुछ राजनेताओं को, लेकिन अश्विनी उपाध्याय जी ने दावे के साथ बताया को आखिर कौन है जातिवाद का जनक।
अश्विनी उपाध्याय जी ने बताया को जातिवाद और ईसाईयत दोनों एक साथ आई हैं यानी ईसाइयत ने हो जातिवाद को जन्म दिया और उसे फैलाया ताकि लोगों को आपस में बांटा जा सके। जो रिलीजन पैदा ही लोगों को आपस में बांटकर , उन्हें तोड़कर उनपाई राज करने के उद्देश से हूवा है वो कैसे किसका भला कर सकता है
आज भी दुनियाभर में क्रॉस धारी रिलीजन अनेकों गलत तरीके अपनाकर अपने रिलीजन के प्रचार प्रसार में लगा हुव है , ये लोग आपदा में अवसर खोजने वाले है जो मजबूर, अनपढ़, बीमार ऐसे लोगों को फंसाकर उन्हें धर्मांतरित करते हैं।
वैसे इस रिलीजन को अनेकों रंगीली कहानियां भी सामने आती हैं, ननों के साथ पादरियों के शोषण की भी अनेकों कहानियां प्रचलित हैं और तो और बच्चों और महिलाओं के व्यापार की भी कुछ घटनाएं भूतकाल में सामने आई हैं।