जिहादी पूरी तरह बेखौफ है उन्हें किसी प्रकार का कानून प्रशासन या न्याय तंत्र का कोई डर बिल्कुल नहीं है वह खुलेआम सुनियोजित तरीके से अपने मजहबी एजेंडे के तहत बलात्कार धर्मांतरण लड़कियों को अगवा करना यह सारे काम कर रहे हैं और इन्हें रोकने वाला कोई नहीं है।
हिंदुओं को इन जिहादियों की सच्चाई को समझने में अब और अधिक समय नहीं लगाना चाहिए अन्यथा इसी प्रकार हमारी बेटियां इन जेहादियों को शिकार होती रहेंगी और हम कुछ नहीं कर पाएंगे।
शामली के इस ताजा मामले में मुस्लिम लड़का अपने पूरे परिवार के साथ मिलकर अपना काम कर रहा है, ये पहले से ही 5 निकाह कर चुका है जिसमें भी 4 लड़कियां हिंदू हैं और अब जिस 19 वर्षीय दलित लड़की को अगवा किया उसे भी बहला फुसलाकर या जो भी इनका बैनवाश वाला फॉर्मूला होता है उसके अनुशार अगवाह किया है और उसका धर्मांतरण कर निकाह कर लिया जाएगा फिर क्या पुलिस उसे इसके चंगुल से बचा पाएगी। लड़की किसी भी कारणवश इसके साथ रहना स्वीकार करेगी तो क्या करेगा कानून?
अगवाह करने के बाद जब पुलिस में कंप्लेंट की गई तो आरोपी के घरवाले पीड़िता के घर पहुंच गए और उन्हें धमकाया और ये भी कहा की तेरी दूसरी बेटी को भी उठा ले जायेंगे..
क्या हिंदू और हिंदू की बेटियां सुरक्षित है? नहीं क्योंकि हिंदू केवल कानून को आस लगाए बैठे हैं वो कानून पर बोझ बन रहे हैं जबकि अपनी बच्चियों को सुरक्षा इनका खुदका परम कर्तव्य होता है.. लेकिन नपुंशक हुवा हिंदू समाज अपनी बेटियों को लूटते देख रहा है और फिर भिखारियों को तरह न्याय की भीख मांगता है।
क्या है मामला?
जिले के आदमपुर गांव निवासी 19 साल की लड़की बीते तीन माह पहले छपरौली थाने के सनौली नगला गांव में अपने मामा घर रहने के लिए आई थी. बीते दिनों युवती संदिग्ध परिस्थितियों में वहां से गायब हो गई. पता चला कि एक मुस्लिम युवक ने युवती का बहला-फुसलाकर अपहरण कर लिया है. परिजनों ने जब गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई तो आरोपी युवक ने धमकी देते हुए कहा, 'अगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई तो तुम्हारी दूसरी लड़की भी उठा ले जाएंगे.'
हिंदू संगठनों का कहना है कि आरोपी मुस्लिम युवक पहले से ही 5 निकाह कर चुका है. उसकी पांच पत्नियों में से एक मुस्लिम है, जबकि अन्य चार हिंदू लड़कियां हैं. जिन्हें वह अपने प्रेम के जाल में फंसाकर निकाह कर चुका है. अब फिर उसने छठवीं लड़की को अपने जाल में फंसाकर धर्म परिवर्तन कर निकाह किया है....