9 दिन 19 घटनाएं ना घर के बाहर खेलती 5 वर्षीय बच्ची सुरक्षित, ना घर में आराम कर रही 16 वर्षीय बेटी, ना पढ़ाई करती छात्राएं सुरक्षती ना 32 वर्षीय महिला...कारण? समाधान👇
देश में आए दिन महिलाओं से जुड़े अलग अलग प्रकार के अपराध सामने आ रहे हैं जो अपने आप में हैवानियत का चेहरा बनते जा रहे हर बार पिछली बार से भयानक कांड जो समाज को स्तब्ध कर देता है और समाज के कुछ लोग ट्विटर पर ट्रेंड चलाते हैं, कुछ कैंडल मार्च निकलते हैं तो कुछ तख्ती लेकर न्याय की अथवा अपराधी के लिए फांसी की मांग करते हैं... लेकिन क्या न्याय मिलता है? क्या अपराधी को फांसी होती है?
फिर आखिर कब तक ऐसे ही चीखते रहेंगे और क्यों सही मार्ग खोजकर इन अपराधों पर पूर्ण विराम लगाने पर काम करेंगे?
देखिए पहले कुछ घटनाएं जो शाक्षी की हत्या के बाद यानी केवल जून महीने की हैं , और ये वो घटनाएं हैं जो सामने आई हैं इसके अलावा ना जाने कितनी घटनाएं होंगी, कितनी शाक्षी, निकिता, श्राद्ध होंगी जो गुमनामी में ही शिकार हो गई होंगी...अंत में समाधान भी है लेकिन इसके लिए संकल्पित होकर कार्य करना होगा वो भी बहुत ही छोटा सा काम इतना छोटा की कोई बच्चा भी कर सकता है। यदि आप वाकई चिंतित हैं और बच्चियों, महिलाओं की सुरक्षा चाहते है तो इस काम को जरूर करेंगे, और ये काम करना है 8 अगस्त 2023 को जिसे आप याद भी रखेंगे...लिखकर रखें, अलार्म सेडयूल करके रखें...
8 समुद्र किनारे सूटकेस में पैक मिली लड़की की सिर कटी लाश, हाथ में डमरू-त्रिशूल का टैटू.
19 कोटा, राजस्थान:परवेज ने आइसक्रीम गिफ्ट करने के बहाने एक हिंदू लड़की का अपहरण कर लिया और अपने दोस्त के साथ मिलकर उसका गैंगरेप किया।- पीड़िता हिंदू लड़की महज 13 साल की है। Video 👇
👆 ये कुछ 19 घटनाएं है जो सामने आए मात्र पिछले 9 से 10 दिनों में। आपको क्या लगता है इन अपराधियों को सजा होगी? क्या इन बच्चियों को न्याय मिलेगा?
अधिकतम घटनाएं ऐसी हैं जो धर्म ज्ञान और संस्कार के अभाव में बनी, लेकिन बाकी घटनाएं देखते हुए आप कह सकते हैं की लड़की माने या ना माने, फंसे या ना फंसे यदि जेहादी की नजर पड़ी है तो उसका नाश तय है, क्योंकि अपराधियों को कानून का भय है नहीं और हिंदी बच्चियों की बरबादी से 72 हूरों के सफर को कहानी उनके मस्तिष्क में बिठाई हुई है।
अब पुनः सोचिए की क्या ऐसी घटनाएं या ऐसे अपराध हमारे ट्विटर पर ट्रेन चलाने से कैंडल मार्च निकालने से या तख्ती लेकर सड़क पर कदम चाल करने से रुकेंगी? जवाब है नहीं!
यदि इन घटनाओं को रोकना है तो इसका समाधान हमारे देश के कानून में बदलाव लाकर अपराधियों के लिए कठोरतम सजा का नियम बनाना है हमारी न्याय व्यवस्था को मजबूत करना है जो पूरी तरह है गड़बड़ा चुकी है जिससे अपराधियों को मन में कोई भय है ही नहीं।
इस काम के लिए अश्विनी उपाध्याय जी ने एक मुहिम छेड़ी है जिसमें यदि हम अपनी बच्चियों का भला चाहने वाले लोग जुड़ जाएं और उनका सहयोग करें तो आने वाले समय में यह अप्रिय घटनाएं बहुत कम होती चली जाएंगी लेकिन यदि हम केवल रिजल्ट चाहते हैं पर करना कुछ नहीं चाहते तो क्षमा कीजिएगा रिजल्ट भी आपको अच्छा नहीं मिलने वाला।
👇इस लेख को पढ़ें और इसमें अश्विनी उपाध्याय जी के वीडियो की लिंक हैं उसे भी जरूर सुने यदि वाकई अपनी बच्चियों को सुरक्षा के लिए चिंतित हो..
https://www.prashasaksamiti.com/2023/06/blog-post.html
जय जय सियाराम
ReplyDeleteJai shree Ram 🙏
ReplyDeleteजय श्री राम
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