केंद्र सरकार ने 14 FDC MEDICINE पर बैन लगा दिया, अब सर्दी खांसी को ये दवाइयां नहीं बिकेगी। केंद्र सरकार ने ये कदम विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के बाद उठाया। एफडीसी दवाएं उन्हें कहा जाता है, जो दो या दो से अधिक दवाओं के मिश्रण से तैयार होती हैं. इन्हें कॉकटेल दवाएं भी कहा जाता है.
केंद्र सरकार ने 14 FDC दवाइयों पर ये कहते हुए प्रतिबंध लगाया को " इन दवाओं का कोई चिकित्सकीय औचित्य नहीं है और ये लोगों के लिए जोखिम भरी हो सकती हैं। FDC (फिक्स डोज कॉम्बिनेशन) वाली दवाओं पर प्रतिबंध लगाते हुए केंद्र सरकार ने शुक्रवार 02 जून 2023 को अधिसूचना जारी की
नोटिफिकेशन के अनुसार, एक्सपर्ट ने सिफारिश की कि इस एफडीसी (Fixed Dose Combination) के लिए कोई चिकित्सकीय औचित्य नहीं है और एफडीसी में मानव के लिए जोखिम शामिल हो सकता है. नोटिफिकेशन में यह भी कहा गया है कि व्यापक जनहित में इन एफडीसी के निर्माण, बिक्री या वितरण पर रोक लगाना जरूरी है. लंबे समय से लंबित यह कदम एक्सपर्ट कमिटी और औषधि तकनीकी सलाहकार बोर्ड की सिफारिशों के आधार पर लिया गया है.
कौनसी हैं वो 14 दवाइयां जिनपर लगा प्रतिबंध
💊निमेसुलाइड + पेरासिटामोल
💊क्लोरफेनिरामाइन + कोडीन सिरप
💊फाल्कोडाइन + प्रोमेथाजीन
💊एमोक्सिसिलिन + ब्रोमहेक्सिन
💊ब्रोमहेक्सिन + डेक्सट्रोमेथॉर्फन + अमोनियम क्लोराइड मेंथॉल
💊पेरासिटामोल + ब्रोमहेक्सिन फेनिलेफ्राइन + क्लोरफेनिरामाइन + गुइफेनेसिन
💊सालबुटामॉल + क्लोरफेनिरामाइन
2016 में मंत्रालय ने लगभग 350 एफडीसी पर प्रतिबंध लगाकर भारतीय दवा उद्योग से मेडिसीन कॉम्बिनेशन को फ़िल्टर करने के लिए एक अभियान शुरू किया, जिसने 2,700 से अधिक ब्रांडेड दवाओं को प्रभावित किया. कॉकटेल दवाओं पर प्रतिबंध लगाने के अलावा, DCGI कोडीन-आधारित दवाओं पर चरणबद्ध तरीके से प्रतिबंध लगाने पर भी ध्यान केंद्रित कर सकता है.