रामचरित मानस का अपमान करने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री ने अब धीरेन्द्र शास्त्री जी को दी चेतावनी , कहा, “बाबा बागेश्वर अगर गंदे काम करने आएँगे तो बिहार इजाजत नहीं देगा, अगर नफरत फैलाने आए हो तो आडवाणी भी जेल गए थे, और लोग भी जाएँगे। बागेश्वर बाबा हो या कोई बाबा हों, उनके पास कोई तिलस्म या चमत्कार नहीं है।”
यानी इनके अनुशार हिन्दू राष्ट्र की बात करना, हिन्दुओं को संगठित करना ये सब गन्दी बात है ?
OPINDIA की रिपोर्ट के अनुशार बिहार के शिक्षामंत्री ने चंद्रशेखर ने पंडित धीरेन्द्र शास्त्री जी को निशाना बनाते हुए कहा की " कि पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री और उनके जैसे अन्य लोग धर्म के नाम पर व्यापार करते हैं।"
दूसी तरफ RJD नेता व मंत्री तेज प्रताप यादव पूरी की पूरी सेना तैयार कर के बैठे हैं। वहीं पूर्व उप-मुख्यमंत्री व भाजपा नेता सुशिल कुमार मोदी ने राजद नेताओं को चुनौती दी है कि वो इस्लाम और ईसाई प्रचारकों पर ऐसी टिप्पणी कर के दिखाएँ।
प्रश्न ये उठता है की हिन्दू संतों, हिन्दू प्रचारकों , हिन्दू धर्म ध्वजा वाहकों से इन नेताओं को इतनी नफ़रत क्यों हैं ? और पंडित धीरेन्द्र शास्त्री जी के समर्थक क्या उनके इस अपमान का कोई विरोध नहीं करेंगे ?
जिस व्यक्ति ने पहले तुलसी दास जी कृत रामचरितमानस का घोर अपमान किया था वही अब लाखों लोग जिस पंडित धीरेन्द्र शास्त्री जी को अपना मार्गदर्शक मानते हैं , उन्हें अपना आइडल मानते हैं उनका अपमान कर रहा है ..
जाते हैं।
बता दें कि शनिवार (13 मई, 2023) को पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री बिहार पहुँच रहे हैं। पटना के नौबतपुर में उनका कार्यक्रम होना है। बिहार-झारखंड से लाखों श्रद्धालु आने वाले हैं। आयोजकों का कहना है कि इसके सामने गाँधी मैदान भी छोटा पड़ गया है।