कैसे सुरक्षित होंगी बेटियां जब पुलिस की वर्दी के पीछे जेहादी छुपा होगा। मामला लखनऊ का है जहां पुलिसकर्मी शहादत अली स्कूल को बच्ची का पीछा कर रहा था जिसे महिला ने पकड़ा तो बोला मेरे बच्चे के साथ स्कूल में पढ़ती है। अब मामला UP का हा तो कार्यवाही भी हुई और सस्पेंशन के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।
ये दिखने में छोटीसी खबर है लेकिन इसके परिणाम अत्यंत भयावह है, सोचिए यदि पुलिस में हो ऐसे लोग हों जो किसी एजेंडे पर काम करें हमारी बेटियों को शिकार बनाने की फिराक में हों तो हमारी बच्चियां कैसे सुरक्षित होंगी? वैसे भी बेटियां कितनी सुरक्षित हैं वो हम सब जानते ही हैं।
अब ऐसे व्यक्ति को सजा मिलेगी या नहीं ये तो समय बताएगा बाकी मामला UP का है और UP में कानून का राज है तो सजा मिलने के आसार अधिक हैं। लेकिन क्योंकि यहां अपराधी विशेष है तो कई लोग इसके समर्थन में भी उतरेंगे, मुसलमानों को फंसाया जा रहा है ऐसा भी कहेंगे। लेकिन पुलिस मामले की निष्पक्ष कार्यवाही कर कड़ी सजा दे ताकि अपराधियों में थोड़ा भय बने और बेटियां सुरक्षित हों।
वायरल वीडियो के सामने आने के बाद यूपी पुलिस ने भी बयान दिया है। लखनऊ पुलिस ने कहा, “प्रकरण को संज्ञान में लेकर उक्त पुलिसकर्मी के विरुद्ध थाना कैंट में अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही की जा रही है। विभागीय कार्यवाही हेतु प्रक्रिया प्रचलित है।” इस वीडियो को लेकर लोगों ने कहा कि छोटी-छोटी बच्चियों के साथ इस तरह की हरकत कर के शहादत अली वर्दी को शर्मसार कर रहा है। उसे निलंबित कर गिरफ़्तारी की माँग भी की जा रही है।
ईस्ट डीसीपी ने इस मामले में कहा कि इस प्रकरण का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस संबंध में कैंट थाने में एक तहरीर मिली है और उसके आधार पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है।
लखनऊ पूर्वी के डीसीपी ने आगे बताया कि मुख्य आरक्षी शहादत अली को पुलिस हिरासत में ले लिया गया है। इस मामले में आगे की जाँच जारी है और आरोपित पुलिसकर्मी शहादत अली को निलंबित किया जा सकता है।