एक तरफ कांग्रेस , राष्ट्रवादी सगठन बजरंग दल की तुलना इस्लामिक आतंकी संगठन PFI से करती है और दूसरी तरफ उनके मुश्लिम नेता रहमान खान ‘जय बजरंग बली’ नारे से आपत्ति जता रहे हैं , यही है कांग्रेस का वास्तविक चरित्र, हिन्दू , हिन्दू देवी देवता, हिन्दू परम्पराओं से कूट कूट का घृणा भरी पड़ी है.
कांग्रेसी मंत्री ऐसा बताने का प्रयास कर रहे हैं की जय बजरंग बलि के उद्घोष से मुश्लिम डर जाएंगे , लेकिन क्या इन्होने कभी ऐसा कुछ इनके समुदाय के जेहादियों द्वारा सर तन से जुदा के नारों के लिए कहा गया? तब इन्हें चिंता नहीं हुयी जब जेहादी सर तन से जुदा बोलकर लोगों को मार रहे थे और तब भी इन्हें चिंता नहीं होती जब नारा ए तकबीर ....... वाला नारा लगाकर आतंक मचाया जाता है
कॉन्ग्रेस नेता ने कहा, “मैंने प्रधानमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि जब आप बूथ पर वोट डालने के लिए जाएँगे, आप ‘जय बजरंग बली’ बोल कर वोट करिए। प्रधानमंत्री को ये बात नहीं बोलनी चाहिए थी। वो पूरे देश के प्राइम मिनिस्टर हैं और वो ये बात कह रहे हैं तो ये सही नहीं है। अब अगर बूथ में लोग इस तरह से जोर-जोर से पुकारते रहेंगे तो किसे-किसे कंट्रोल किया जाएगा? अल्पसंख्यक वहाँ जाएँगे तो उनमें डर का माहौल होगा।”
के रहमान खान ने कहा कि वो चुनाव आयोग से अपील करते हैं वो इस पर संज्ञान ले और इसे रोके। उन्होंने कहा कि देश में अल्पसंख्यक लोग डर नहीं रहे हैं, लेकिन माहौल बना हुआ है। उन्होंने कहा, “एटमॉस्फेयर ऐसा ही बना हुआ है। लिंचिंग हो रही है। जबरन ‘जय श्री राम’ बुलवाया जा रहा है। कोई आम आदमी बोलता तो भला कोई बात नहीं थी। लेकिन, प्रधानमंत्री ऐसा बोल रहे हैं तो इलेक्शन कमीशन को नोटिस लेना चाहिए।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रैली के दौरान कहा था, “आजकल कोई भी मोदी को गाली दे रहा है। क्या कर्नाटक में कोई भी गाली संस्कृति को स्वीकार करता है? क्या कर्नाटक गाली देने वाले को माफ कर देता है? जब पोलिंग बूथ में बटन दबाओ तो ‘जय बजरंग बली’ बोल कर इन्हें सज़ा दे देना।” देश के कई इलाकों में ‘बजरंग दल’ ने कॉन्ग्रेस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया है। कॉन्ग्रेस पार्टी ने घोषणापत्र में ‘बजरंग दल’ की तुलना प्रतबंधित इस्लामी कट्टरपंथी संगठन PFI से भी कर डाली थी।