राघव चड्ढा और परिणीति चोपड़ा क्रिप्टो क्रिश्चियन है. इन दोनों ने एक साथ इंग्लैंड में पढ़ाई की है🖕🏻
इसका आका खुजली भी मदर टेरेसा से, कनवर्टर इसाई है. वह अपनी बेटी की शादी राघव चड्डा से करना चाहता था लेकिन इक्षा पूरी नही हो पाई. इसिलए वह राघव चड्डा के सगाई समारोह में न तो खुद गया न किसी आआपा के मंत्री या विधायक या सांसद को जाने दिया गया.
#क्रिप्टो_क्रिश्चियन यानी अपनी पहचान छुपाकर अपने ईसाई धर्म के एजेंडे को आगे बढाते रहना और ईसाई मिशनरियों को मजबूत करना यही इनका मुख्य कार्य है.
ईसाई धर्म मे विवाह और सगाई में लड़की सफेद वस्त्र पहनती है जबकि हिन्दू धर्म मे हर मांगलिक समारोह में लड़की लाल रंग के वस्त्र पहनती है.
हिन्दू धर्म मे लाल रंग फर्टिलिटी और समृद्धि का प्रतिक है
ईसाई धर्म में सफेद रंग फर्टिलिटी का प्रतीक है
ईसाई धर्म के बाइबल 10:8 के अनुसार सगाई और विवाह समारोह सम्मन होते ही वर वधु का एक दूसरे को होंठ से होंठ कीस करना जरूरी है तभी विवाह या सगाई पूर्ण मानी जायेगी
राघव चड्ढा की तरह हजारों क्रिप्टो क्रिश्चियन भारत की राजनीति में है जैसे मनीष तिवारी, शोभा थामस ओझा डेनियल राजा जानी डी राजा, एनडीटीवी के पूर्व मालिक प्रणव जेम्स रॉय, कपिल सिब्बल पी चिदंबरम अंबिका सोनी, केजरीवाल, मनीष सिसोदिया भी यह सब क्रिप्टो क्रिस्चियन है
आलिया भट्ट और रनबीर कपूर भी यही क्रिप्टो हैं
प्रियंका चोपड़ा की नानी या दादी शायद क्रिश्चयन हो गई थी। इसलिए प्रियंका की शादी कट्टर कैथोलिक घर में हुई है। उसका ससुर यानी की निक का बाप उसकी शादी में खुद प्रीस्ट था। तो वाजिब है ये संबंध बनाया ही इसी वजह से गया है कि दिल्ली से लेकर पंजाब तक मिशनरी मजबूत हो। बिहार में तेजस्वी की शादी भी इसी का पार्ट है
क्रिप्टो क्रिश्चिन हमारे आस पास ही मिल जाते है,जो अपनी आइडेंटी हिंदू रखते हैं,सरनेम भी हिंदू ,पर कहते है I have a faith in Jesus
पाकिस्तान में भी बड़ी संख्या में क्रिप्टो क्रिस्चियन है उनके नाम मुस्लिम नाम जैसे ही होते हैं लेकिन वह वहां भी अपनी क्रिप्टो क्रिस्चियन गतिविधियों में लिप्त रहते हैं.