एक तरफ समलैंगिक विवाह नामक भयानक प्रथा को हमारे समाज में इंजेक्ट करने का भयानक खेल चल रहा है और दूसरी तरफ The Kerala Story के माध्यम से जो भयावह सच सामने लाने का प्रयास हो रहा है उसे रोकने का खेल चल रहा है।
हर राष्ट्रप्रेमी सनातनी को चाहिए की वो दोनों मुद्दों पर अपनी सक्रिय भूमिका निभाए और 1 का भरसक विरोध तथा एक का पुरजोर समर्थन करे।
समलैंगिक विवाह के भयानक दुष्परिणाम बताते हुए इसका जोरदार विरोध आम आदमी से लेकर , संगठन, कथावाचक, संत, नौकरशाह, रिटायर्ड जज, केंद्र सरकार सब कर चुके हैं लेकिन सुप्रीम कोर्ट के माननीय CJI साहब लगातार इसकी सुनवाई कर रहे हैं। वैसे उन्होंने शुरुवात में ही कह दिया था "मैं हूं सुप्रीम कोर्ट का इंचार्ज, में करूंगा फैंसला" संभवत इसीलिए अब सबके समझाने के बाद भी वो इस मामले को संसद पर छोड़ इसपर व्यापक बहस के लिए तैयार नहीं
खैर CJI साहब तो कानून के अनुशार अपना काम कर रहे हैं लेकिन राष्ट्रवादी सनातनीयों को समलैंगिक विवाह जैसी विनाशकारी प्रथा का भरसक विरोध हर संभव तरीके से करना चाहिए।
हमने विरोध नहीं किया इसलिए लिव इन रिलेशनशिप हमारे समाज पर थोपा जा चुका है एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स हमारे समाज पर थोपा जा चुका है और यदि अब भी हम विरोध नहीं करते हैं वह भी व्यवस्थित तरीके से यानी ऑर्गेनाइज्ड वे में तो संभव है कि समलैंगिक विवाह जैसी भयानक प्रथा भी हमारे समाज पर थोंप दी जाए जिसके अनेकों विनाशकारी दुष्परिणाम आने वाले समय में हमें भुगतने पड़ेंग
दूसरा मुद्दा है TheKeralaStory यह फिल्म एक ऐसी भयानक सच्चाई पर हैं है जो अब तक समाज से छुपी हुई थी। हम लव जिहाद के बारे में तो बहुत सुन चुके हैं लेकिन इस लव जिहाद के पीछे भी एक बहुत बड़ी और बहुत दर्दनाक कहानी है जिसकी जानकारी इस समाज को इस फिल्म के माध्यम से होगी इसलिए इस फिल्म का पुरजोर समर्थन करना चाहिए ताकि जिहादी और वामपंथी तथा कांग्रेसी जो इस फिल्म को बैन करवाना चाहते हैं वह अपने मंसूबों में सफल ना हो सके और यह फिल्म रिलीज हो।
रिलीज होने के बाद भी इसका जोरदार प्रचार प्रसार होना चाहिए ताकि समाज का हर वर्ग इस फिल्म को देखें और जिहादियों के उस भयानक खेल को समझें तथा यह भी जाने कि आखिर हमारी गलती क्या है यह हमारी कमी कहां रह जाती है जिस कारण जिहादियों को यह सब करने का अवसर मिलता है और वह सफल भी हो जाते हैं
ध्यान रहे बुरे लोगों से ज्यादा खतरा समाज को अच्छे लोगों की चुप्पी से है, इसलिए आप हमारी चुप्पी समाज के लिए घातक नहीं बननी चाहिए हमें अपनी चुप्पी तोड़ते हुए हर गलत का विरोध और सही का समर्थन करना चाहिए ताकि समाज का उत्थान हो और समाज विरोधी शक्तियों का विनाश