👆पंजाब में केजरीवाल की आम आदमी पार्टी राज में खालिस्तान समर्थको की दबंगई चल रही है? ये महिला पंजाब अमृतसर के हरमंदिर गुरुद्वारा(गोल्डन टैंपल) में गुरुद्वारा के अंदर जा रही थी,इस महिला को गुरुद्वारा में इसलिए नही जाने दिया क्योंकि इसने अपने फेस पर तिरंगा झंडा बना रखा था,
गुरुद्वारा के गेट पर खड़े सिक्ख युवक ने महिला को बोला की ये पंजाब हे इंडिया नही फेस पर झंडा लगाकर गुरुद्वारा नही जा सकते।
सफाई ये दी जा रही है को वो राष्ट्रीय ध्वज नहीं था क्योंकि उसपर अशोक चक्र नहीं था, लेकिन वीडियो में झगड़ा करते व्यक्ति ने ऐसा कुछ नहीं कहा को राजनीति ध्वज लगाया है इसलिए रोका। उक्त ये कहते सुना जा सकता है की ये पंजाब है... अब यह पंजाब है कहने का क्या अर्थ लगाया जाय? क्या पंजाब में तिरंगा अलाऊ नहीं है? क्या पंजाब भारत में नहीं है?
वैसे भी सभी जानते हैं की चेहरे पर ध्वज बनाया जाता है तो अशोक चक्र कम ही बनाते हैं... इसलिए ये सफाई केवल एक खोखला एक्सक्यूज है और केंद्र सरकार को इसपर गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिए।