आजकल धरना प्रदर्शन और हड़ताल आदि की आड़ में राजनितिक और देश विरोधी गतिविधियां अधिक हो रही हैं , अब पहलवानों द्वारा न्याय के लिए किये जा रहे प्रदर्शन में देश का प्रधानमंत्री मोदी जी की कब्र खोदी जा रही है , उत्तर प्रदेश के cm योगी आदित्यनाथ जी का मजाक उड़ाया जा रहा है .. क्या ये वाकई अब केवल न्याय के लिए किया जा रहा प्रदर्शन रह गया?
ध्यान देने वाली बात ये है की ..हरियाणा कुश्ती संघ के महासचिव राकेश कोच ने बृजभूषण शरण सिंह का समर्थन करते हुए महावीर फोगाट परिवार पर गंभीर आरोप लगाए। राकेश कोच ने कहा कि उनका परिवार कुश्ती संघ पर कब्जा करना चाहता है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कॉन्ग्रेस नेता भूपेंद्र हुड्डा अपने बेटे दीपेंद्र हुड्डा को WFI का अध्यक्ष बनवाना चाह रहे हैं। इसलिए वे खिलाड़ियों को भड़का रहे हैं।
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार (28 अप्रैल 2023) को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों की प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। जंतर मंतर पर बैठीं महिला पहलवानों ने ने WFI चीफ को तुरंत जेल में डालने की माँग की। इतना ही नहीं, प्रदर्शन स्थल पर ‘मोदी तेरी कब्र खुदेगी’ के आपत्तिजनक नारे भी लगाए गए
इसी बीच WFI चीफ बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, “कोर्ट ने आज जो भी फैसला किया है, मैं उसका स्वागत करता हूँ। इस फैसले से मैं बहुत खुश हूँ। अब कोर्ट में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। मुझे इंसाफ मिलेगा। मुझे अपने कर्म पर भरोसा है।”
बृजभूषण शरण सिंह ने आगे कहा, “सरकार की तरफ से कहा गया था कि FIR लिखने में कोई दिक्कत नहीं है। मैं इसका भी स्वागत करता हूँ। जब कमिटी बनी थी, तब भी मैंने कोई सवाल नहीं किया था। इन लोगों को इंतजार करना चाहिए था, यह लोग सुप्रीम कोर्ट गए और वहाँ से एक फैसला आया।”
उन्होंने कहा, “दिल्ली पुलिस को जाँच मिली है। इसमें जहाँ भी मेरे सहयोग की आवश्यकता होगी, वो मैं करने के लिए तैयार हूँ। मुझे पुलिस प्रणाली और न्यायालय पर भरोसा है। इस देश में न्यायपालिका से बड़ा कोई नहीं है। अब तक तो FIR दर्ज हो गई होगी। मैं कानून का पालन करता रहा हूँ और आगे भी करूँगा।”
आजतक से बातचीत में बृजभूषण सिंह ने कहा, “मैं कहीं भागा नहीं हूँ, अपने आवास पर हूँ। मुझ पर आरोप लगाने वालों के पास मजबूत राजनीतिक समर्थन है। मामले का राजनीतिकरण किया जा रहा है। उन्होंने निचली अदालत के फैसले का इंतजार नहीं किया और सुप्रीम कोर्ट चले गए।”
बृजभूषण जी ने सवाल किया, “कैंप के अन्य पहलवान बाहर क्यों नहीं आए? सब कुछ इन्हीं लोगों के साथ ही क्यों हो रहा है? प्रदेश के और भी कई पहलवान खेमे में हैं, लेकिन उनके अलावा किसी अन्य पहलवान ने कोई आरोप नहीं लगाया है। मैं गलत नहीं था और ना मैं गलत हूँ।”
बृजभूषण सिंह ने तो यहाँ तक कह दिया कि अगर पहलवान चाहते हैं कि वे अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दें तो वह इसके लिए भी तैयार हैं। उन्होंने कहा, “पहलवानों को चाहिए कि धरना खत्म करें और प्रैक्टिस में जुट जाएँ।”
बृजभूषण सिंह ने खिलाड़ियों को लेकर कहा, “पहलवानों की माँगें लगातार बदल रही हैं। वे सवाल उठाते रहेंगे। दिल्ली पुलिस पर भी सवाल उठाएँगे। मुझे आजतक किसी मामले में किसी अदालत ने दोषी नहीं ठहराया है। सब कुछ राजनीति से प्रेरित है।”
अब तो ये हाल है की खिलाडियों ने कहा है की उन्हें दिल्ली पुलिस पर भरोसा नहीं है और वो अपने बयां सीधे सुप्रीम कोर्ट में ही दर्ज करेएंगे
सबसे बड़ी बात की प्रदर्शन स्थल पर ‘मोदी तेरी कब्र खुदेगी, आज नहीं तो कल खुदेगी’ के नारे लगे।
वहीं, हरियाणा कुश्ती संघ के महासचिव राकेश कोच ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का समर्थन किया है। उन्होंने महावीर फोगाट परिवार पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं। राकेश कोच ने कहा कि उनका परिवार कुश्ती संघ पर कब्जा करना चाहता है। राकेश कोच ने कहा कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कॉन्ग्रेस नेता भूपेंद्र हुड्डा अपने बेटे दीपेंद्र हुड्डा को WFI का अध्यक्ष बनवाना चाह रहे हैं। इसलिए वे खिलाड़ियों को भड़का रहे हैं।
जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों पर निशाना साधते हुए राकेश कोच ने कहा कि ये खिलाड़ी किसी कार्यक्रम में आने के लिए पैसे लेते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बजरंग पुनिया सरकारी अधिकारी हैं और रेलवे की अनुमति के बिना वे धरने पर बैठे हैं। राकेश ने कहा कि विनेश फोगाट और साक्षी के साथ कुछ गलत नहीं हुआ।
पीटी उषा ने पहलवानों पर उठाया था सवाल
पहलवानों के धरने को लेकर भारतीय ओलंपिक संघ (IOC) ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। ओलंपिक संघ ने कहा कि पहलवान धरना देकर भारत की छवि को धूमिल कर रहे हैं। IOC ने पहलवानों को एथलीट कमीशन में आने के लिए कहा। IOC की अध्यक्ष पीटी उषा ने तो इसे अनुशासनहीनता बताया था।
इस पर पहलवान साक्षी मलिक ने पीटी उषा पर ही सवाल दाग दिया। साक्षी मलिक ने गुरुवार (27 अप्रैल 2023) को कहा, “मैं पीटी उषा का सम्मान करती हूँ। उन्होंने हमें प्रेरित किया है, लेकिन मैं मैम से पूछना चाहती हूँ कि महिला पहलवानों ने आगे आकर उत्पीड़न का मुद्दा उठाया है। क्या अब हम विरोध भी नहीं कर सकते?