समाज में हिन्दू बच्चियों के साथ बढ़ते लव जेहाद और बलात्कार के मामलों को देखते हुए और संभवतः प्रशासन की विफलता को समझते हुए जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी ने हिन्दू बच्चियों को आत्मरक्षा की प्रेरणा दी और कानूनी मुकदमों से निपटने का आश्वासन भी दिया .. अब भले ही कुछ दोगले इस बयां को भड़काऊ कहें ,लेकिन पूरा हिन्दू समाज इस बयां का समर्थन और स्वागत करता है
हिंदू संत, कथाकार और संगठन तथा कुछ जागरूक हिंदू लगातार हिंदू समाज को जगाने का प्रयास कर रहे हैं और कुछ गलत प्रेरणा नहीं दे रहे केवल आत्मरक्षा, धर्म रक्षा और राष्ट्र रक्षा की ही प्रेरणा देते हैं लेकिन हिंदू समाज इनकी बातों को गंभीरता से नहीं लेता जिसके दुष्परिणाम उन्हें भोगने पड़ते हैं। कई बार तो यह हिंदू समाज को जगाने वालों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है कानूनी पचड़े में फंसता पड़ता है और सच बोलने का तथा हिंदुओं को जगाने का जुर्माना भरना पड़ता है उन्हें जेल जाना पड़ता है।
तुलसी पीठाधीश्वर जगदगुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी ने हिंदू लड़कियों को विधर्मी लोगों से सतर्क रहने और ‘लव जिहाद’ पर बड़ा बयान दिया है। उत्तर प्रदेश के आगरा में रामकथा सुनाने के दौरान उन्होंने मंगलवार (11 अप्रैल, 2023) को कहा, “हमारी हिंदू लड़कियों को विधर्मी लोग फँसा रहे हैं। बहनों, जो तुम्हारी ओर गलत दृष्टि से देखे, उसकी आँख निकाल लो। फिर जो मुकदमा होगा मैं देख लूँगा।”
रामभद्राचार्य ने अपनी बात को जारी रखते हुए हिंदू लड़कियों से अपनी इज्जत स्वयं बचाने और हाथ में कड़ा पहनने के साथ-साथ कटार चलाने का अभ्यास करने को भी कहा। उन्होंने आगे कहा, “हमने जातिवाद नहीं फैलाया। ये जातिवाद कुर्सी के भेड़िये नेताओं ने फैलाया है।”
जगदगुरु रामभद्राचार्य ने आरक्षण खत्म करने की माँग की और नेताओं को ललकारते हुए कहा, “मैं तुम लोगों को चुनौती देता हूँ। अगर माँ का असली दूध पिया है तो तुम जाति के आधार पर निश्चित आरक्षण समाप्त करवाओ। फिर जिसके यहाँ कहोगे, मैं रोटी खाने को तैयार हूँ।”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रामभद्राचार्य ने रामकथा सुनाने के दौरान यह भी कहा, “ऐसा कहा जा रहा है कि ब्राह्मणों ने जातिवाद को जन्म दिया। लेकिन हमने जातिवाद को जन्म नहीं दिया। बेईमान लोगों ने केवल वोट की राजनीति के लिए देश को बाँटा। अगर हमने जातिवाद फैलाया होता तो शबरी माता के झूठे बेर राम क्यों खाते? जब रामचरितमानस राष्ट्रीय ग्रंथ बनेगी, तभी समाज का सुधार हो सकेगा।”