१३ अप्रैल को जमानत मिलने के बाद जूनागढ़ जेल से बहन काजल हिंदुस्तानी को रिहा किया गया और बहार आते ही फिर हिन्दू शेरनी ने हूंकार भरी और कहा है कि वे लैंड जिहाद, लव जिहाद और जबरन धर्मांतरण के खिलाफ आवाज उठती रहेंगी। बाहर आने के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने इस्लामी कट्टरपंथ के खिलाफ अपना संकल्प दोहराया।
रामनवमी पर ऊना में हुए जेहादी दंगे के लिए बहन काजल हिंदुस्तानी की स्पीच को जिम्मेदर ठहराते हुए हेट स्पीच मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया था लेकिन समर्थकों ने लगातार काजल जी का समर्थन जारी रखा.जेल से बाहर आने के बाद काजल हिंदुस्तानी का समर्थकों ने फूल बरसाकर स्वागत किया, जय श्री राम के नारे भी लगाए गए। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए काजल ने कहा कि मैं आज भी अपनी बात पर कायम हूँ। मैंने कुछ भी गलत नहीं कहा, मैं कभी कानून के खिलाफ नहीं गई, इसलिए मैं नहीं डरती। मुझे अपनी न्याय व्यवस्था पर भरोसा है। मुझे न्याय मिला और इसलिए मैं यहाँ आप सबके सामने हूँ।
काजल ने कहा, “अपने धर्म के लिए अनेक कार्यकर्ता काम कर रहे हैं। जब दूसरे पक्ष के लोग ऐसे काम (धर्म पर आघात) करते हैं तो हमारा भी कर्तव्य है कि हम अपने विश्वास की रक्षा करें। इसलिए मैं अपने स्तर पर लैंड जिहाद, लव जिहाद और जबरन धर्मांतरण के खिलाफ आवाज उठाती रही हूँ। मैं घर पर बैठने वाली नहीं हूँ। आगे भी काम जारी रहेगा।”
काजल हिंदुस्तानी को कड़ी सुरक्षा के बीच उनके घर तक ले जाया गया। उन्हें घर तक ले जाने में पुलिस की दो गाड़ियाँ शामिल रहीं। घर जाने के रास्ते पर लोगों ने उनका स्वागत किया और उन पर फूल और मालाएँ बरसाईं। काजल ने ट्विटर पर भी अपने समर्थकों को धन्यवाद दिया। उन्होंने लिखा कि अब मैं पहले से अधिक सशक्त हूँ। आपके समर्थन से हमारा मनोबल बढ़ता है। ट्विटर पर भी काजल ने लैंड जिहाद, लव जिहाद और धर्मांतरण के विरुद्ध संघर्ष जारी रखने की बात कही है।
गौरतलब है कि 30 मार्च 2023 को रामनवमी के अवसर पर गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के ऊना में शोभायात्रा निकाली गई थी। शोभायात्रा के बाद एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसे काजल हिंदुस्तानी ने भी संबोधित किया था। उन्होंने अपने भाषण के दौरान लव जिहाद और लैंड जिहाद सहित कई मुद्दों को उठाया था। स्थानीय मुस्लिमों ने उनके इस भाषण को विवादास्पद बताते हुए विरोध प्रदर्शन किया था। कई जगहों पर पथराव और हिंसक घटनाओं की खबरें सामने आई थी। शहर दो दिनों तक ठप रहा था। इस दौरान उनके खिलाफ ‘सर तन से जुदा’ के नारे भी लगाए गए थे। मुस्लिमों की शिकायत पर उन्हें ऊना पुलिस ने 9 अप्रैल 2023 को गिरफ्तार किया था।