मजे की बात देखो कि गेस सिलेंडर कांग्रेस के समय में भी 1200 होता था यह बात अलग है कि ₹800 सब्सिडी मिलती थी और उपभोक्ता को ₹400 देने पड़ते थे
और ₹400 के लिए भी जनता सड़कों पर निकल जाती थी कि महंगाई बहुत है
वर्तमान में 1100 सौ का सिलेंडर होने पर भी जनता सड़कों पर नहीं निकलती है सोचा है कभी आपने
इसलिए नहीं निकलती है की जनता को विकास कार्य दिखाई दे रहे हैं यह जो रेल हवाई जहाज सड़क जनता को दिख रहे हैं यह जो काम हो रहे हैं
रक्षा क्षेत्र में जो कार्य हो रहा है सेना को जो हथियार दिए जा रहे हैं बड़ी-बड़ी मिसाइलें मनाई जा रही है और जनता को दिख रही है
इसीलिए विपक्ष बहुत चिल्लाता है कि महंगाई महंगाई है लेकिन आम आदमी उनके साथ कभी नहीं जाता है हां उनके कार्य कर्ता है कभी-कभी प्रदर्शन करते हैं शामिल हो जाते हैं अलग बात है लेकिन आम आदमी कभी नहीं जाता महंगाई की रैलियों में
क्योंकि भारत की जनता यह जो फोटो में लंबी-लंबी लाइने लगी हुई ना इनको नहीं भूलने वाली है और साथ में डंडे पङते थे वह अलग से थे
2013 की रसीद (सोर्स - सोशल मीडिया)