बहुत बहुत बधाई - भारतीय ₹ रुपैया बनी चौथी करेंसी । डॉलर पाउंड और यूरो के बाद भारत के रुपए को इंटरनेशनल मार्केट में स्वीकार किया जा रहा है। भारतवासियों के लिए वाकई खुशी की और गर्व की बात है इसलिए गर्व से इस खबर को आगे से आगे बढ़ाना चाहिए।
दुनिया की अर्थव्यवस्था अमेरिकन डॉलर के इर्द-गिर्द घूमती रहती है। लेकिन अब वक्त के साथ साथ डॉलर की मांग भी घट रही है। ग्लोबल मार्केट में दूसरी करेंसी भी अपने पैर जमाने में लगी हैं। इसमें भारतीय रुपया भी शामिल है। दरअसल भारतीय मुद्रा 'रुपया' तेजी से इंटरनेशनल करेंसी बनने की ओर बढ़ रहा है। डॉलर, पाउंड और यूरो के बाद विश्व स्तर पर हवाई अड्डों के मुद्रा विनिमय काउंटरों पर स्वीकार किए जाने के बाद भारतीय रुपया चौथी अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा बन गया है।
इस समय विश्व के कुल 17 ऐसे देश हैं, जो भारतीय मुद्रा में व्यापार कर रहे हैं। इतना ही नहीं, वर्तमान में जर्मनी, इजरायल जैसे 64 विकसित देशों ने रुपये के जरिए कारोबार करने में दिलचस्पी जताई है।
विश्व के 17 देश जो वर्तमान में भारतीय करेंसी में व्यापार करते हैं 👉 यूनाइटेड किंगडम, मलेशिया, रूस, सिंगापुर, न्यूजीलैंड, श्रीलंका, म्यांमार, बोत्सवाना, इजराइल, फिजी, ओमान, जर्मनी, केन्या, गुयाना, मॉरीशस, सेशेल्स और तंजानिया शामिल है।