. #शुभ_रात्रि
हिंदू सनातन धर्म के अनुसार संयुक्त परिवार को एक ऐसी संस्था माना गया है, जिससे हम जीवन की अनेक समस्याओ का समाधान कर पाते है। संयुक्त परिवार में सब मिलकर कठिनाइयों का समाधान खोजते है । परिवार के किसी भी सदस्य के ऊपर मुसीबत या परेशानी आती है तो मिलकर दूर करने का प्रयास करते है। चाहे वो बच्चों की फीस को लेकर हो या किसी सदस्य की तबियत खराब हो,उसका हल तुरंत निकल आता है।
परिवार में अनियमितता को दूर करता है, परिवार में कई सदस्य होते है वो सभी एक जैसे नही होते उनमे कुछ का स्वभाव अलग होता है। कुछ की आमदनी कम तो कुछ की ज्यादा होती है। लेकिन इसमें उलझ कर हम एक दूसरे की हिस्सेदारी और बराबरी में पड़कर अपनी खुशियों को कम देते है । परिवार के सभी सदस्यो को एक मान कर सब की संवृद्धि को ही अपने विकास का आधार बनाना चाहिए। तभी संयुक्त परिवार को बचाया जा सकता है।
संयुक्त परिवार हमे अनुशासन में रहना सिखाता है । यदि घर के किसी सदस्य ने यदि गलती की है तो उसे सजा दिलाने का कार्य भी घर के बजुर्ग करते है, इससे घरेलू हिंसा जैसे अपराध नही होते। परिवार में जुड़ाव का माहौल बनता है । उम्र के साथ ही साथ माँ बाप को भी सहारे की जरुरत होती है,जो उन्हें बखूबी मिलता है ।
यह हमें सुरक्षा का माहौल देता है ,संयुक्त परिवार में कोई न कोई सदस्य घर में बना रहता है, जिससे सेफ्टी और सिक्योरिटी बनी रहती है । जबकि एकल परिवार में यह एक बड़ी समस्या है । इसमें बच्चो को आया के पास छोड़कर पेरेंट्स चले जाते है, घरो में ठीक प्रकार से देखभाल करनें वाला कोई नही होता , एक रिपोर्ट के मुताबिक बच्चो से भीख मंगवाने का काम आया करवाती है, ऐसे में बच्चो का भविष्य क्या होगा। ऐसे कई उदाहरण देखे जा सकते है कि बच्चो का खाना , उनको देख रेख करने वाली आया या नौकर खा जाते है और बच्चे बिचारे भूखे रह जाते है। जबकि इसके विपरीत संयुक्त परिवार में उनको खुशनुमा वातावरण मिलता है ।
आज के बदलते परिदृश्य में संयुक्त परिवार विखंडित होते जा रहे है। स्वार्थपरता और धनलोलुपता के कारण लोग अपना परिवार छोड़ रहे है । सहनशीलता को खोते जा रहे है। पश्चिमी सभ्यता के गुलाम बन कर हम उसकी चमक में खो गए है । समझ में तब आता है, जब समय निकल जाता है। अतः समय रहते यदि हम चेत जाये । अपने परिवार के साथ रहकर एक दूसरे के सहयोग को ही अपना धर्म माने तो इससे बड़ा सुख और आत्मसंतुष्टि कुछ नही है। अपने परिवार में एकजुटता लाकर ही समाज को मजबूत किया जा सकता है।
. *🚩जय सियाराम 🚩*