अभी राजनाथ सिंह जी ने जब कहा कि जवाहरलाल नेहरू सरकारी पैसे से बाबरी मस्जिद का निर्माण करवाना चाहते थे ..तब कांग्रेसी बिलबिला उठे
मैं आप सभी लोगों से अपील करूंगा कि आप लोग सरदार पटेल जी की बेटी मणिबेन की लिखी किताब इनसाइड स्टोरी ऑफ सरदार पटेल द डायरी ऑफ मणिबेन पटेल पढ़िए , इसमें कई दस्तावेजी सबूत के साथ यह बताया गया है कि नेहरू हिंदू धर्म और हिंदुओं से कितना नफरत करते थे
मणिबेन ने अपनी किताब इनसाइड स्टोरी ऑफ़ सरदार पटेल द डायरी ऑफ मनीबेन पटेल में लिखा है की जब सरदार पटेल सोमनाथ मंदिर के निर्माण पर अड़ गए जो नेहरू नहीं चाहते थे तब नेहरू ने कहा कि सोमनाथ मंदिर का निर्माण सरकारी पैसे से नहीं होना चाहिए
तब सरदार पटेल जी ने पत्र लिखा है कि आप चिंता मत करिए सोमनाथ ट्रस्ट बनेगा और वह ट्रस्ट लोगों से पैसे इकट्ठा करेगा और उस जमाने में सोमनाथ ट्रस्ट में सिर्फ एक महीने में 45 लाख रुपए इकट्ठे हो गए थे।
मणिबेन पटेल की इसी किताब के पेज नंबर 24 पर दस्तावेजी सबूत के साथ लिखा है उसके बाद नेहरू ने सरदार पटेल से कहा कि बाबरी मस्जिद का भी भव्य निर्माण होना चाहिए और उसके लिए सरकारी पैसे का इस्तेमाल किया जाए , तो सरदार पटेल अड़ गए की बाबरी मस्जिद का दोबारा निर्माण नहीं होगा किसी कीमत पर नहीं होगा फिर जब बाबरी मस्जिद के अंदर मूर्ति देखी गई तब नेहरू ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री गोविंद बल्लभ पंत को पत्र लिखा की अभिलंब मूर्तियां हटा दिया जाए
फिर जब गोविंद बल्लभ पंत जी ने उस वक्त के फैजाबाद के कलेक्टर नैयर साहब को मूर्तियां हटाने के लिए पत्र लिखा तब नैयर साहब ने जवाब दिया की मूर्तियां हटाने से दंगा भड़केगा मुझे लिखित में चाहिए कि उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा क्या नेहरू लेंगे या पंत जी आप लेंगे ? मूर्तियां नहीं हटेंगे
फिर जवाहरलाल नेहरू ने सरदार पटेल को पत्र लिखा की अयोध्या के डीएम ने मूर्तियां नहीं हटाई है क्योंकि गृह विभाग आपके पास है तो डीएम को बर्खास्त करके उनको गिरफ्तार करिए, फिर सरदार पटेल ने जवाब दिया की मूर्तियां नहीं हट सकती क्योंकि उससे दंगे भड़केंगे
सोचिए नेहरू हिंदुओं से और हिंदू धर्म से कितना नफरत करते थे वैसे भी नेहरू ने कई बार कहा है कि मैं एक्सीडेंटली हिंदू हूं

