कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि जननी ही अपने बच्चों की जिंदगी बर्बाद कर रही है केवल दिखावे, आधुनिकता की नौटंकी बाजी में... इन आधुनिक पढ़ी लिखी मम्मियों से तो पहले की अनपढ़ मम्मियां लाख गुना अच्छी... देखिए एक छोटा सा उदाहरण
ऐसा नहीं है कि इस एक ही तरीके से आजकल के माता-पिता अपने बच्चों की जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं इसके अलावा उन्हें उल्टा सीधा खिलाना , 2 मिनट में गंदगी बनाकर परोसना, उन्हें चुप कराने के लिए मोबाइल हाथ में पकड़ाना, बड़ी बड़ी कंपनियों के पैक्ड सेरेलेक आदि जैसे उत्पाद खिलाना, बड़ी बड़ी कंपनियों के केमिकल से भरे पाउडर, क्रीम तेल लगान... जैसे भी बहुत सारे कांड आजकल के आधुनिक पढ़े-लिखे महा मूरख माता-पिता कर रहे हैं जो उनके बच्चों के भविष्य को पूरी तरह नष्ट कर रहा है.. सुधर जाओ बे मूर्खों.. आधुनिकता के चक्कर में अपने बच्चों की जिंदगी से मत खेलो
गवार गांव में आज भी कॉटन की रजाई से काम चला रहे ! पढ़े-लिखे तो पॉलिस्टर कम्बल का प्रयोग कर रहे है !!विडियो को ध्यान से देखना फिर बताना बेवकूफ कौन है ?आधुनिकता की दौड़ में प्राचीन ज्ञान को न भूलें। कॉटन जैसे प्राकृतिक रेशों का इस्तेमाल हमें आरोग्य और पर्यावरण दोनों के लिए लाभ देता है।

