नीतीश कुमार ने जब एक मुस्लिम महिला के चेहरे से सिर्फ़ हिजाब हटाया, तब भारत के लगभग सभी मौलवियों के बयान सामने आ गए थे और सभी ने खुलकर नीतीश कुमार का विरोध किया था।स्वघोषित शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी ने भी उस मुस्लिम महिला के समर्थन में नीतीश कुमार का कड़ा विरोध किया था। लेकिन ....
लेकिन आज बांग्लादेश में हिंदुओं को घर-घर से निकालकर मारा जा रहा है, फिर भी इस गंभीर विषय पर इस्लामिक आतंकवादियों के ख़िलाफ़ अब तक शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी का एक भी बयान सामने नहीं आया है। यही फ़र्क है हमारे और उनके बीच का, और इसी कारण हम दुनिया के सामने अपना नैरेटिव मजबूती से नहीं रख पाते। ऐसे लोग शंकराचार्य तो दूर पंडित, पुजारी बनने के भी लायक नहीं ... #ढोंगाचार्य

