कोलकाता में जो हुआ वो अदभुद है, वो एक सिग्नल है बड़े परिवर्तन का.... गीता जो भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को युद्धक्षेत्र में सुनाई थी.. युग परिवर्तन के लिए, अधर्म के विनाश के लिए उसका ऐसा बड़ा पाठ कोलकाता में होना धर्म स्थापना का सूचक है... बाबरी का सपना देखने वाले समझ लें कि भारत राम कृष्ण की भूमि है यहां अब कोई बाबरी नहीं बनेगी..
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में नई बाबरी मस्जिद विवाद के बीच कोलकाता के प्रसिद्ध ब्रिगेड परेड मैदान में सामूहिक भगवद गीता पाठ का आयोजन किया गया। इस गीता पाठ में लाखों श्रद्धालुओं, साधुओं और साध्वियों ने हिस्सा लिया। गीता पाठ में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भी हिस्सा लिया।
शास्त्री जी ने इस अवसर पर बयान दिया और कहा...सनातन संस्कृति संसद द्वारा 'लोक्खो कंठे गीता पाठ' का आयोजन किए जाने पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा, "आज पश्चिम बंगाल की पवित्र धरती कोलकाता में 5 लाख लोगों ने एक साथ गीता का पाठ किया। जोश और आस्था का सैलाब देखकर ऐसा लगा जैसे कोलकाता में महाकुंभ मेला लगा हो। हम पश्चिम बंगाल और कोलकाता के लोगों, भारत के लोगों का दिल से शुक्रिया अदा करते हैं। सनातन एकता ही इस देश और दुनिया के लिए शांति का सबसे बड़ा ज़रिया है। भारत में हमें 'सनातनी' चाहिए, 'तनातनी' नहीं। भारत में हमें 'भगवा-ए-हिंद' चाहिए, 'गजवा-ए-हिंद' नहीं।

