"सौ को मारकर मरना और बम बांधकर पब्लिक में फटना है असली जिहाद"मौलाना मदनी के बयान के बाद फहीम ने बताया जिहाद का असली 'मतलब'। अब भाई ये इतना साफ साफ सब कुछ बता रहा है फिर भी यदि कोई ना माने , ना समझे तो इनकी क्या गलती है इसमें? देखो बिल्कुल साफ शब्दों में जेहाद समझाया है 👇
इनकी सोच को समझना बिल्कुल कठिन नहीं है और ये बड़े शान से अपने जेहाद को दुनिया को समझाते भी है। ये जो करते है खुलकर करते है , बताकर करते है फिर भी ना जाने क्यों सेक्यूलरों, बुद्धिजीवियों और प्रशासन तक को कुछ गलत नजर नहीं आता... आखिर कब जागेंगे लोग?

