अब भाई कोई इससे खुलकर क्या ही आगाज करेगा जंगलराज का? खुलकर कहा जा रही है कि तेजस्वी को जिताए ताकि उनका इलाज किया जाय जो वक्फ अमेंडमेंट बिल का समर्थन कर रहे थे। अब इलाज का अर्थ यहां क्या है वो तो आप आसानी से समझ ही सकते हैं...। अब बिहार की जनता यदि ऐसी ही सत्ता चाहती है जो संविधान से नहीं बल्कि जंगल कानून से चले तो वो उनकी इच्छा
ऐसी ही धमकियां पहले UP में भी मिली थी और तब UP की जनता ने धमकी देने वालों को उनकी औकात दिखाते हुए उन्हें मिट्टी में मिलाया था और योगी जी को पूर्ण बहुमत से up की कमान संभलाई थी, अब देखना ये है कि बिहार के सनातनी क्या करते है, वो जंगलराज की वापसी करते है या बिहार को आगे बढ़ने का मार्ग देते हैं
बिहार में चुनावी माहौल के बीच लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के MLC कारी शोएब का बयान राजनीतिक हलकों में बवाल का कारण बन गया है। शनिवार (25 अक्टूबर 2025) को खगड़िया जिले के गोगरी में आयोजित जनसभा में कारी शोएब ने मंच से ऐलान किया कि अगर तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनते हैं तो वक्फ कानून खत्म कर दिया जाएगा। इस दौरान तेजस्वी यादव भी मंच पर मौजूद थे लेकिन उन्होंने इस बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
कारी शोएब परबत्ता विधानसभा से आरजेडी प्रत्याशी डॉ संजीव कुमार के समर्थन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जो लोग वक्फ बिल का समर्थन कर रहे हैं, उनका इलाज करना है। उन्होंने कहा, “तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनेंगे तो सारे बिल फाड़कर फेंक दिए जाएँगे।” इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने इस कड़ी प्रतिक्रिया दी है। रिजिजू ने वीडियो शेयर करते हुए X पर लिखा, “किसका इलाज करना है? यही जंगलराज के लक्षण हैं और इसे कुचलना हैं। कॉन्ग्रेस और RJD सुप्रीम कोर्ट का सम्मान नहीं करते हैं, संसद का सम्मान नहीं करते हैं और खुलकर लोकंत्र का अपमान करते हैं। बिहार के लोग इन्हें सबक सिखाएँगे।”
बीजेपी की आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने भी इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। मालवीय ने कहा कि यह बयान ही आरजेडी की असली मानसिकता दिखाता है। मालवीय का कहना है कि वक्फ का कानून तो रहेगा लेकिन इनका जमीनों पर डाका डालने का इरादा साफ हो गया है।

